डेंगू और वायरल बुखार का कहर, मृतकों मे कई मासूम
आगरा । ब्रज में शनिवार को बुखार और डेंगू से 21 लोगों की जान चली गई, इसमें आगरा में छह माह के बिट्टू 1 साल के दुर्गेश के अलावा संत किशोर व सुरभि की बुखार से मौत हो गई। मैनपुरी में 85 वर्षीय शांति देवी, ममता देवी, बलराम और मांडवी, किशोर और ललिता की मौत हो गई। फिरोजाबाद में अर्पिता की बुखार से जान चली गई। वहीं कासगंज में 4 वर्षीय सोनू की और रितेश यादव पत्नी उमेश चंद्र उपाध्याय की बुखार से मौत हो गई। एटा में एक महिला सहित चार लोगों की बुखार से मौत हुई है आगरा के बाह क्षेत्र में बुखार से मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है। 24 घंटे में दो बच्चों समेत चार लोगों की बुखार से जान चली गई। शनिवार को पिढ़ौरा के चंडीगढ़शाला गांव में छह माह के बिट्टू, रीठई गांव के एक वर्ष के दुर्गेश और दलईपुरा के संत किशोर (35) की मौत हो गई। वहीं बाढ़ के रंपुरा में भी विवाहिता सौरवी (22) की बुखार से मौत हो गई।परिजनों के मुताबिक गांव चंडीगढ़शाला के मुकेश के छह माह के बेटे बिट्टू को शुक्रवार शाम करीब चार बजे तेज बुखार आया था। घरवाले स्याहीपुरा और फतेहाबाद ले गए। वहां से आगरा के एक निजी अस्पताल में लाकर भर्ती कराया। जहां उपचार के दौरान बिट्टू की मौत हो गई।
बुखार से दो बच्चों की मौत
गांव रीठई निवासी दुर्गेश पुत्र दशरथ सिंह को दो दिन से बुखार आ रहा था। परिजन झोलाछाप से दवा दिला रहे थे। शुक्रवार शाम हालत ज्यादा खराब होने पर आगरा ले जाते समय रास्ते में ही दुर्गेश की मौत हो गई। इसी तरह दलईपुरा निवासी संत किशोर पुत्र मोहकम सिंह को करीब 10 दिन से बुखार आ रहा था। बुधवार को परिजनों ने आगरा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां से शुक्रवार को डॉक्टर ने दिल्ली के लिए रेफर कर दिया। दिल्ली में इलाज के दौरान संत किशोर की मौत हो गई। पिनाहट क्षेत्र में अब तक बुखार से 29 लोगों की जान जा चुकी है, जिसमें 27 बच्चे शामिल हैं। वहीं शनिवार को जैतपुर के गढीरंपुरा गांव में बुखार से पीड़ित सौरवी (22) की इलाज के दौरान मौत हो गई। इस सदमे में ससुर की भी सांसें थम गईं। एक ही दिन में परिवार की बहू और ससुर की मौत से कोहराम मच गया। परिजनों के मुताबिक गढीरंपुरा निवासी नरायन सिंह की पत्नी सौरवी देवी (22) को चार दिन से बुखार आ रहा था। उसे आगरा के एक निजी अस्पताल में ले गए। परिजनों के अनुसार वहां के डॉक्टरों ने डेंगू होने की जानकारी दी थी। इसके बाद हालत बिगड़ने पर परिजन आगरा के निजी अस्पताल से सौरवी को जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल में ले गए। जहां उपचार के दौरान शुक्रवार को शाम 4 बजे सौरवी की मौत हो गई। इधर, मौत की खबर सुनकर ससुर प्रभुदयाल (65) की सदमे से हालत बिगड़ गई। जिन्हें इलाज के लिए शनिवार को सुबह बाह सीएचसी परिजन लेकर पहुंचे। जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। सीएचसी बाह के अधीक्षक डॉ. जितेंद्र वर्मा ने बताया कि परिजन प्रभुदयाल को मृत अवस्था में सीएचसी पर लेकर आए थे। परिजनों ने बताया कि सौरवी की शादी दो वर्ष पूर्व हुई थी।