बाघिन के शावकों तक पहुंच गई थीं
महिलायें बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान के समीप जंगल मे महिलाओं पर अटैक मामले मे हुआ खुलासा
बांधवभूमि न्यूज
मध्यप्रदेश, उमरिया
जिले के राष्ट्रीय उद्यान बांधवगढ़ मे गत दिवस मादा बाघिन के हमले मे एक महिला की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि दूसरी गंभीर रूप से घायल हो गई है। बताया गया है कि जहां यह हादसा हुआ, वह इतना दुर्गम जंगली इलाका है कि पार्क के अधिकारियों को वहां पहुंचने के लिये जेसीबी का इंतजाम करना पड़ा। जानकारी के अनुसार चंसुरा गांव से 3 किमी दूर इस क्षेत्र मे बाघिन ने शावकों को जन्म दिया है। घटना मे मृत महिला का शव शावकों के करीब 6 मीटर पास बरामद हुआ है। इससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि बच्चों के काफी नजदीक आ जाने के कारण ही मादा ने नाराज होकर उन पर हमला कर दिया। ध्यांतव है कि शनिवार को करीब 10 बजे तिरासी बाई पति रामबहोर कोल 35 वर्ष तथा भूरी बाई पति मिजाजी कोल 50 निवासी ग्राम चंसुरा जनपद मानपुर लकड़ी बीनने गांव से दूर जंगल की ओर गई थी। इसी दौरान वन परिक्षेत्र पनपथा कोर के बीट चंसुरा मे एक मादा बाघ ने उन पर हमला कर दिया। इस हादसे मे भूरी बाई की मौके पर ही मौत हो गई जबकि तिरासी बुरी तरह जख्मी हो गई थी।
पास ही चल रहा था अनुभूति कार्यक्रम
बताया गया है कि घटना स्थल के लगभग एक किलोमीटर दूर ही बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व द्वारा स्कूली बच्चों को वन्य जीव तथा जंगलों के प्रति जागरूक करने हेतु अनुभूति कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। जिसमे विभाग के एसडीओ तथा रेंजर आदि कई अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे। जैसे ही उन्हे बाघिन द्वारा महिलाओं पर हमला करने की जानकारी मिली। पूरा अमला तत्काल मौके के लिये रवाना हो गया। घटना स्थल बेहद दुरूह होने के कारण एक जेसीबी बुलाई गई, जिस पर बैठ कर एसडीओ निनामा वहां पहुंचे। पार्क प्रबंधन द्वारा तुरंत ही घायल महिला को अस्पताल भेजने की व्यवस्था की। जल्दी ही मृत भूरी बाई का शव भी बरामद कर लिया गया। जिसे पीएम के उपरांत परिजनो को सौंप दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि हांथी तथा वाहनो की सहायता से बाघिन और उसके शावकों की निगरानी की जा रही है।