बांधवगढ़ से इस साल रुखसत हुए 13 बाघ

बांधवगढ़ से इस साल रुखसत हुए 13 बाघ

बांधवभूमि न्यूज, रामाभिलाष त्रिपाठी

मध्यप्रदेश
उमरिया

मानपुर। बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व मे बीते 24 घंटों के दौरान हुई दो वयस्क बाघों की मौत ने प्रबंधन के सांथ ही जिले के वन्य जीव प्रेमियों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं। मंगलवार को पार्क के ताला रेंज मे सात साल के वयस्क बाघ के मौत की चर्चायें अभी रूकी नहीं थी कि दूसरे दिन बुधवार की शुरूआत एक और बुरी खबर से हुई। सुबह करीब 9 बजे गश्ती दल ने अधिकारियों को ताला रेंज अंतर्गत महामन बीट के झोरझोरा नाला के पास एक बाघ का शव पड़े होने की सूचना दी। इस खबर के बाद महकमे के आला अफसर तत्काल मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। मरने वाले बाघ की उम्र करीब 10 वर्ष बताई गई है। उद्यान के उप संचालक पीके वर्मा के मुताबिक घटना स्थल के करीब अन्य बाघ के पगमार्क मिले हैं, जिससे ज्ञात होता है कि दो बाघों के बीच हुए संघर्ष के कारण एक की जान गई है। उन्होने बताया कि तीन सदस्यीय टीम द्वारा मृत बाघ का पीएम करने के उपरांत एनटीसीए की गाईड लाईन अनुसार शवदाह की कार्यवाही की गई है। इससे पहले मंगलवार को ताला रेंज मे ही शेषषैया के पास एक सात साल के वयस्क बाघ की मृत्यु हो गई थी।

सकते मे वन्यजीव प्रेमी
बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व के ताला रेंज मे अचानक हुई दो बाघों की मौत ने वन्यजीव प्रेमियों को सकते मे डाल दिया है। उनका मानना है कि साल 2023 इस लिहाजा से कुछ ज्यादा ही बुरा बीत रहा है। चालू वर्ष मे बाघों की मौत का आंकड़ा एक दर्जन को भी पार कर चुका है। बुधवार की घटना को मिला कर अब तक जिले मे 13 बाघों की मृत्यु हो चुकी है। हलांकि यह संख्या केवल अधिकारिक जानकारी के अनुसार है। गौरतलब है कि हाल ही मे जारी राष्ट्रीय गणना के परिणामो मे बाघों की बढ़ी तादाद के कारण मध्यप्रदेश को एक बार पुन: टाईगर स्टेट का खिताब हांसिल हुआ था। इस उपलब्धि मे बांधवगढ़ के डेढ़ सौ से अधिक वनराजों को अहम योगदान था। यदि बाघों की मौत इसी तरह होती रही तो राज्य से यह ताज छिन भी सकता है।

इधर गांव मे घुसा टाईगर
सिर्फ बाघों की मौत ही नहीं उनके गावों की ओर रूख करने की घटनाओं ने भी पार्क प्रबंधन की नाक मे दम कर रखा है। बुधवार को उद्यान के पतौर रेंज के बकेली ग्राम मे बाघ के घुसने से कोहराम मच गया। घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या मे लोग उसे देखने के लिये उमड़ पड़े। तभी परिक्षेत्राधिकारी दल-बल के सांथ मौके पर पहुंच गये और लोगों को वहां से हटने तथा अपने घरों मे ही रहने की समझाइश दी। रिहायशी बस्ती से बाघ को खदेड़ने के लिये हाथियों की मदद ली गई है।

उधर चरवाहे पर जानलेवा हमला


इधर पार्क के पनपथा कोर क्षेत्र मे बाघ ने एक ग्रामीण पर हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया है। इस संबंध जानकारी देते हुए एसडीओ एफएस निनामा ने बताया कि झल्ला पिता कोदू पाल 55 निवासी गांगीताल सुबह अपने मवेशियों को लेकर जंगल मे गया था। इसी दौरान वह अंजाने मे शिकार को किल कर बैठे बाघ के समीप जा पहुंचा। जिसके बाद गुस्साये टाईगर ने उस पर अटैक कर शरीर के दाहिने भाग को बुरी तरह नोच लिया। घायल झल्ला पाल को पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मानपुर तथा वहां से शहडोल मेडिकल कालेज ले जाया गया है।

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