बांधवगढ़ मे बढ़ रही जानवरों मे भिडंत
बाघिन के बाद अब मृत मिला नर तेदुआ, हफ्ते भर मे दूसरा वाकया
उमरिया। जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व मे जानवरों के बीच खूनी भिड़ंत थमने का नाम नहीं ले रही है। आपसी तकरार मे आये दिन दुर्लभ वन्य जीवों की मौत हो रही है। हाल ही पनपथा परिक्षेत्र मे मादा बाघ की मौत के दो दिन बाद ही इससे सटे पतौर रेंज मे एक तेंदुए की मौत हो गई। इसका कारण भी बाघ का हमला बताया जा रहा है। प्रबंधन द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक नर तेंदुए का शव गत 18 फरवरी को सायं 5 बजे गश्त के दौरान पतौर रेंज अंतर्गत उमरिया बकेली बीट के कक्ष क्रमांक 191बी मे पाया गया। जिसकी सूचना तत्काल परिक्षेत्र सहायक द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई। जिस पर प्रभारी उप संचालक एके शुक्ला ने तत्काल मौके पर पहुंच कर हालात का जायजा लिया।
मादा बाघ की मौजूदगी के सबूत
जानकारी के अनुसार शव के समीप ही एक किल और मादा बाघ के पंजे के निशान देखे गए। सूर्यास्त होने के कारण कार्यवाही रोक दी गई। सुबह टाइगर रिजर्व के निफर डॉग बेली से शव के आसपास खोज करवाई गई, परन्तु कोई मानव उपस्थिति के प्रमाण नहीं मिले। तेंदुए की आयु 2 से ढाई वर्ष बताई गई है। शव के समस्त नाखून व दांत सुरक्षित मिले। जबकि गले मे बाघ के दांतों के निशान पाए गए। हमले के कारण उसके गर्दन व रीढ़ की हड्डी टूट चुकी थी।
पीएम के बाद नष्ट किया गया शव
शव का परीक्षण वन्यप्राणी शल्यज्ञ डॉ. अभय सेंगर द्वारा क्षेत्र संचालक विसेंट रहीम, उप संचालक अनिल कुमार शुक्ला, एनटीसीए के प्रतिनिधि सीएम खरे, परिक्षेत्र अधिकारी वीरेन्द्र ज्योतिषी एवं अन्य कर्मचारियों की उपस्थिति मे किया गया। इस दौरान विभिन्न अवयवों के सैंपल लिए गए। पीएम के उपरांत शव को जला कर नष्ट कर दिया गया।
बांधवगढ़ मे बढ़ रही जानवरों मे भिडंत
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