बांधवगढ़ मे गुलशोर पर प्रतिबंध
स्थानीय समिति ने क्षेत्र मे ध्वनि विस्तारक यंत्रों और पटाखों पर रोक का लिया निर्णय
बांधवभूमि, रामाभिलाष त्रिपाठी
मध्यप्रदेश, उमरिया
मानपुर। जिले के बाधवगढ़ टाइगर रिजर्व की स्थानीय सलाहकार समिति ने पार्क मे ध्वनि विस्तारक यंत्रों पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है। गत दिवस ताला मे संभागीय कमिश्नर राजीव शर्मा की अध्यक्षता मे आयोजित बैठक के दौरान उद्यान को शांत क्षेत्र घोषित करने मास्टर प्लान बनाने की बात कही गई है, ताकि वन्यजीवों को राहत मिल सके। बैठक मे मुख्य वन संरक्षक लखन सिंह उइके, कलेक्टर बुद्धेश कुमार वैद्य, संयुक्त आयुक्त विकास मगन सिंह कनेश सहित समिति के अन्य सदस्यगण उपस्थित थे। इस अवसर पर मुख्य वन संरक्षक लखन सिंह उइके ने बाधवगढ़ टाइगर रिर्जव स्थानीय सलाहकार समिति द्वारा पूर्व बैठक मे लिए गए निर्णयों का पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। बैठक मे कमिश्नर ने पटाखों को भी रिजर्व क्षेत्र मे पूर्णत: प्रतिबंधित करने की जरूरत बताते हुए वन, राजस्व एवं पुलिस विभाग के अधिकारियों को कड़ाई से निर्णय का पालन कराने हेतु निर्देशित किया गया है।
55 जंगली हाथियों ने बनाया बसेरा
बैठक मे कमिश्नर राजीव शर्मा ने अधिकारियों से कहा कि बाधवगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र के होटलों एवं रिसोर्टस से निकलने वाले कचरे का उचित प्रबंधन करायें। इस कार्य में होटलों और रिसोर्टस के प्रबंधकों से भी अपेक्षित सहयोग लें, ताकि पार्क स्वच्छ और सुंदर दिखे। बाधवगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र मे बाघ द्वारा हमलो की घटनाओं मे कमी लाने के लिए लोंगो इसके प्रति जागरूक करें। इसे लेकर जागरूकता अभियान चलायें। बैठक मे मुख्य वन संरक्षक लखन सिंह उइके ने बताया कि पार्क मे लगभग 55 हाथियों ने स्थायी बसेरा बना लिया है। जिन पर वन विभाग द्वारा निंरतर नजर रखी जा रही है।
नियमो का उल्लंघन कर बन रहे रिसोर्ट
समिति के सदस्यों ने बताया कि बाधवगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र मे शासन की गाईड लाईन का उल्लंघन कर होटल और रिसोट्र्स बनाये जा रहे हैं। इस दौरान अतिक्रमण के भी कई मामले सामने आये हैं। जिस पर कमिश्नर ने राजस्व अधिकारियों को अतिक्रमणकारियों के विरूद्ध सख्त कदम उठाने के निर्देश दिये। बैठक मे रजनी सिंह के पति की मृत्यु गाइड के पद पर रहते हुए होने के कारण रजनी सिंह को गाइड के पद पर नियुक्त करने तथा सुशीला पाण्डेय की जिप्सी से प्रतिबंध हटाने और उसे कार्य पर लेने का निर्णय लिया गया। समिति की बैठक मे अन्य विषयों पर भी चर्चा हुई। इस अवसर पर सरपंच ग्राम पंचायत ताला सहीला खान, सरंपच पतोर एवं अन्य सदस्यगण उपस्थित थे।
बाड़े मे पहुंचा हिंसक बाघ
बांधवगढ राष्ट्रीय उद्यान मे शुक्रवार को एक और बाघ का रेस्क्यू किया गया है। इसे जंगल से लाकर मगधी जोन के बहेरहा इनक्लोजर मे रखा गया है। समझा जाता है कि इसी बाघ ने बीते दिनो बमेरा मे एक वृद्ध दम्मा यादव पर हमला कर उसे मौत के घाट उतारने सहित कई घटनाओं को अंजाम दिया था। तभी से इसका मूवमेंट गांव के आसपास बना हुआ था। जिसकी निगरानी की जा रही थी। सुबह एक्सपर्ट टीम द्वारा रेस्क्यू कर बाघ को इन्क्लोजर मे शिफ्ट कर दिया गया। टाईगर रिजर्व के उप संचालक लवित भारती ने बताया है कि कुछ दिन तक बाघ के स्वभाव का अध्ययन कर उसे खुले जंगल मे छोडऩे अथवा अन्यंत्र भेजे जाने पर फैंसला लिया जायेगा। क्षेत्र संचालक लखन लाल उईके के मार्गदर्शन मे हुई इस कार्यवाही मे टीम प्रभारी उप वनमण्डलाधिकारी धमाोखर सुधीर मिश्रा, पनपथा एफएस निनामा, सहायक संचालक, दिलीप मराठा, सहायक शल्यज्ञ डॉ. नितिन गुप्ता, परिक्षेत्र अधिकारी पतौर अर्पित मैराल, ताला रंजन सिंह परिहार तथा स्टाफ के अलावा सुंदरगज, अष्टम तथा लक्ष्मण हाथी की विशेष भूमिका थी।