कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा-पोल्ट्री कारोबार पर रखें नजर, करें निरीक्षण
उमरिया। जिले मे भले ही अभी तक बर्ड फ्लू का मामला सामने नहीं आया है, इसके बावजूद इसे लेकर जिला प्रशासन सतर्क हो गया है। कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि जिले मे पोल्ट्री कारोबार पर नजर रखें। दुकानो पर जा कर निरीक्षण करें, सांथ ही व्यवसाईयों को इस संबंध मे उचित समझाईश दें। उल्लेखनीय है कि देश मे कोरोना के कमजोर पडऩे की खबरों के बीच अचानक बर्ड फ्लू ने दस्तक दे दी है। बीते दिनो प्रदेश के इंदौर, आगर-मालवा और मंदसौर मे सैकड़ों कौवों की मौत के बाद सरकार के कान खड़े हो गये हैं। मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बर्ड फ्लू के खतरे को लेकर बुधवार को आला अफसरों के साथ आपात बैठक की। इसमे फैसला लिया गया कि दक्षिण भारत के कुछ राज्यों से सीमित अवधि के लिए पोल्ट्री का व्यापार प्रतिबंधित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह रोक अस्थाई और एहतियातन लगाई गई है।
पशुपालन विभाग को खास निर्देश
सरकार द्वारा जिलों मे तैनात पशुपालन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि कौवों की मौत की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और अन्य विभागों के समन्वय से तुरंत नियंत्रण और शमन की कार्यवाही कर रिपोर्ट भेजें। पोल्ट्री और पोल्ट्री प्रोडक्ट्स मार्केट, फार्म, तालाब और प्रवासी पक्षियों पर विशेष निगरानी रखी जाए। वहीं प्रवासी पक्षियों के नमूने भोपाल लैब को भेजें।
जानलेवा है बीमारी
जिले के वरिष्ठ चिकित्सक एवं सर्जन डा. बीके प्रजापति के मुताबिक बर्ड फ्लू भी सामान्य फ्लू की तरह ही होता है। यह बीमारी एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस एच5एन1 की वजह से होती है। यह वायरस पक्षियों के अलावा इंसानों को भी शिकार बना सकता है। बर्ड फ्लू इंफेक्शन चिकन, टर्की, मोर और बत्तख जैसे पक्षियों मे तेजी से फैलता है। पहले बर्ड फ्लू का मुख्य कारण पक्षियों को ही माना जाता है लेकिन कई बार यह इंसान से इंसान को भी हो जाता है। एवियन इन्फ्लूएंजा के शिकार इंसान पर मौत का खतरा भी होता है।
ये हैं लक्षण
बर्ड फ्लू से सांस लेने में दिक्कत, हमेशा कफ बने रहना, सिर मे दर्द, नाक बहना, गले में सूजन, मशल्स में दर्द, उल्टी जैसा महसूस होना, पेट के निचले हिस्से में दर्द रहना आदि समस्यायें होती हैं। ऐसा महसूस होने पर तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र या चिकित्सक से सलाह लेना अत्यंत आवश्यक है।
मांस, अंडे से करें परहेज
डा. प्रजापति ने बताया कि यह बीमारी मुर्गियों या संक्रमित पक्षी के निकट रहने से फैलती है। इंसानों मे बर्ड फ्लू का वायरस आंख, नाक और मुंह के जरिए प्रवेश करता है। इससे बचाव के लिये संक्रमित पक्षियों, खास कर मरे पक्षियों से दूर रहें, संक्रमण वाले एरिया मे न जांय, मांस और अंडे खाने से बचें।
बर्ड फ्लू को लेकर प्रशासन सतर्क
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