जबलपुर। लोगों की संवेदना मर चुकी है। अबोध बच्चों को भगवान का रुप माना जाता हैं, फिर भी कई बार बच्चियों के जन्म लेने पर या अवैध संतान जन्म लेने पर मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आ रही है। ऐसी ही एक घटना बरगी के ग्राम दिया खेड़ा के जंगल में २-३ माह की अबोध बच्ची को कंबल में लपेटकर कड़कड़ाती ठंड में निर्दयी लोग फेंक कर भाग गये। बच्ची के रोने की आवाज सुनकर पत्ता तोड़नें गई महिलाओं के कानों पर पड़ी तो उन्होंने बच्ची को उठा लिया और पुलिस को खबर दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्ची को मेडीकल अस्पताल में भरती कराया है। बरगी पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम दियाखेड़ा के जंगल में किसी ने दो-तीन माह की अबोध बालिका को कंबल में लपेटकर छोड़ दिया, इस दौरान कुछ महिलाएं पत्ते तोड़ने के लिए जंगल जा रही थी, इस दौरान उन्होंने बच्ची के रोने की आवाज सुनी तो पहुंच गई, देखा तो कंबल में लिपटी बालिका रो रही है, बच्ची का करुण रुदन सुनकर महिलाओं की ममता जाग गई और वे बच्ची को उठाकर गांव आ गई, जहां पर महिलाओं की भीड़ जमा हो गई, जिन्होने पुलिस को खबर दी, मौके पर पहुंची पुलिस ने पूछताछ के बाद बच्ची को मेडीकल अस्पताल पहुंचाया, जहां पर बच्ची को भरती कर देखभाल की जा रही है। पुलिस का कहना है कि किसी ने बच्ची की देखभाल न करने के उद्देश्य से जंगल में फेंक दिया है, पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ धारा ३१७ के तहत प्रकरण दर्ज कर तलाश शुरु कर दी है।
बरगी के जंगलों मे रोती मिली अबोध बच्ची
Advertisements
Advertisements