बिना सूचना के बिजली की कटौती
विद्युत विभाग की भर्रेशाही से जनजीवन अस्तव्यस्त, कांग्रेस ने लगाया अधिकारियों पर मनमानी का आरोप
बांधवभूमि न्यूज
मध्यप्रदेश, उमरिया
कांग्रेस ने विद्युत विभाग के अधिकारियों पर मनमानी, आम लोगो को परेशान करने और छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ का आरोप लगाया है। पार्टी के प्रवक्ता अशोक गौंटिया ने बताया कि विभाग द्वारा मेंटीनेंस के नाम पर बिना पूर्व सूचना के आये दिन की जा रही अघोषित कटौती से जनजीवन अस्त.व्यस्त हो गया है। जानकारी मिली है कि कटौती की खबर विभाग द्वारा कुछ वाट्सप ग्रुपों मे डलवा कर अपने कैतव्यों की इतिश्री कर ली जाती है। वर्तमान मे हायर सेकेंड्री की परीक्षाएं चल रही हैं, ऐसे मे विद्युत आपूर्ति ठप्प किये जाने से छात्रों की तैयारी बुरी तरह प्रभावित हो रही है। उन्होंने दावा किया कि जिले मे अधिकारियों की शह पर बिजली की चोरी भी करवाई जा रही है। इस पर लीपापोती के मकसद से अघोषित कटौती का रास्ता अपनाया गया है, ताकि हिसाब किताब बराबर किया जा सके।
नियामक आयोग के निर्देशों का उल्लंघन
कांग्रेस प्रवक्ता ने बताया कि नियामक आयोग के स्पष्ट निर्देश हैं कि किसी भी समय होने वाली कटौती की पूर्व सूचना आम उपभोक्ताओं को अनिवार्य रूप से दी जाय, परंतु जिले में बिना किसी जानकारी के सप्ताह मे 3-3 दिन 12 से 15 घंटे बिजली बंद की जा रही है। जबकि मिनिमम चार्ज बराबर वसूला जा रहा है। नागरिकों के साथ हो रही यह धोखाधड़ी बेहद आपत्तिजनक है।
वसूली में हो रही धांधली
कांग्रेस प्रवक्ता श्री गोंटिया ने कहा कि उमरिया मे विद्युत विभाग के अधीक्षण और कार्यपालन अभियंता पदस्थ हैं। जिनके वेतन और सुविधाओं पर लाखों रुपये प्रतिमाह व्यय हो रहा है। इसके बावजूद विद्युत व्यवस्था मे कोई सुधार नहीं है। इतना ही नहीं विभागीय अधिकारी और कर्मचारियों की मिलीभगत के चलते बकाया की वसूली भी नहीं हो रही है। उनके द्वारा लेनदेन कर बकायादारों को बेजा मोहलत दी जा रही है। इससे भष्ट अमला तो चांदी काट रहा है, लेकिन कम्पनी को हर माह लाखों की चपत लग रही है।
सीएम से करेंगे शिकायत
कांग्रेस नेता ने कहा कि जिले के विद्युत विभाग मे चल रही धांधली और जनता के साथ धोखाधड़ी की शिकायत मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव, ऊर्जा सचिव तथा मप्र विद्युत वितरण कम्पनी लिमिटेड के प्रबंध संचालक से की जाएगी।