बच्चों को दिखाये प्रकृति के रंग, मढ़ीबाग के जंगल की कराई सैर

वन विभाग द्वारा अनुभूति कार्यक्रम का आयोजन, स्कूली छात्रों को कराया भ्रमण
बांधवभूमि, उमरिया
मध्यप्रदेश स्थापना दिवस के छठवें दिन वन विभाग द्वारा बच्चों को जंगल के प्रति जागरूक करने के लिए अनुभूति कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर शासकीय हाई स्कूल कछरवार के बच्चों को मढ़ीबाग के जंगल की सैर कराई गई। भ्रमण के दौरान मास्टर ट्रेनर रिटायर्ड रेंजर ओपी शुक्ला और केके पाठक ने बच्चों को जंगल से होने वाले लाभ, जीव जंतुओं, पेड़ से मिलने वाले ऑक्सीजन तथा औषधीय व फलदार पौधों के संबंध मे विशेष जानकारी दी। बच्चों ने भी अधिकारियों से सवाल-जवाब कर अपनी जिज्ञासा शांत की। कार्यक्रम मे विधायक बांधवगढ़ शिवनारायण सिंह, कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव, उनके सुपुत्र दिविक श्रीवास्तव, वन मंडला अधिकारी मोहित सूद, धनुषधारी सिंह, कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय विभाग, जल संसाधन विभाग से कमलाकर सिंह, एसडीओ कुलदीप त्रिपाठी, आरओ योगेश गुप्ता, दलवीर सिंह, धर्मेश दुबे, डिप्टी रेंजर राकेश तिवारी, मुकेश सिंह, पीएचई से अविनाश कुमार परौहा, शासकीय हाई स्कूल कछरवार रूचि पांडेय उपस्थित थे।
जंगल बचाने की सीख
अनुभूति कार्यक्रम मे बच्चों को पर्यावरण संरक्षण की जानकारी के सांथ उन्हे अपने घर-परिवार को भी इसके प्रति प्रेरित करने की सीख दी गई। उन्हे बताया गया कि जंगल का दोहन करने के बजाय बचाने का प्रयास करें। जंगल से हमे एक ओर जहां ऑक्सीजन प्राप्त होता है, वही दूसरी ओर जलाऊ लकड़ी,औषधि मिलती है, जो हमारे लिए बहुत उपयोगी है।
जल ही जीवन है
इस अवसर पर प्रशिक्षकों ने केन्द्र सरकार की महात्वाकांक्षी जल जीवन मिशन योजना तथा नल से जल उपलब्ध कराये की जानकारी देते हुए कहा जल ही जीवन है, इसको व्यर्थ नही बहाना चाहिए, बल्कि इसका सदुपयोग करना है। इस दौरान उन्होंने पानी रिचार्ज करने के तरीकों के बारे मे बच्चों से पूछताछ की। सांथ ही बताया कि वाटर हार्वेस्टिंग, बोरी बंधान, टैंक बनाकर भी पानी को रिचार्ज किया जा सकता है।
प्रकृति का संरक्षण सभी का दायित्व
अधिकारियों ने छात्रों से चर्चा करते हुए कहा कि प्रकृति की रक्षा करना हमारा धर्म है। इसका दायित्व हम सभी को लेना होगा। प्रकृति का संरक्षण करने के लिये अधिक से अधिक पौध रोपण करें। जब ये पौधे बड़े होकर विशाल वृक्ष बनेंगे तो हमे विभिन्न प्रकार के फल फूल प्रदान करेंगे। कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय पशु, राष्ट्रीय पक्षी, चीते की प्रजाति, बाघ एवं शेर में अंतर, सियार की प्रजाति, तेंदुआ के नाम आदि के बारे में जानकारी दी गई। अंत मे शासकीय हाई स्कूल कछरवार के छात्रों द्वारा हम सब भारतीय हैं, के गान की प्रस्तुति दी गई।

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