बंगाल पंचायत चुनाव में 15 मौतें

कहीं बैलेट बॉक्स की लूट तो कहीं बमबारी, अमित शाह ने ममता सरकार से मांगी रिपोर्ट

कोलकाता।पश्चिम बंगाल की 73,887 ग्राम पंचायत सीटों में से 64,874 पर मतदान खत्म हो गया है। बाकी 9,013 सीटों पर उम्मीदवारों को निर्विरोध चुन लिया गया था। निर्विरोध चुने जाने वाले उम्मीदवारों में सबसे ज्यादा 8,874 तृणमूल कांग्रेस से हैं। 3 बजे तक 51% मतदान हुआ है। खत्म होने के बाद का आंकड़ा अभी तक नहीं आया है। चुनाव के नतीजे 11 जुलाई को आएंगे।सेंट्रल फोर्सेस की तैनाती के बाद भी अलग-अलग इलाकों से हिंसा की खबरें आईं। कई इलाकों से बूथ लूटने, बैलेट पेपर फाड़ने, बैलेट पेपर में आग लगाने की घटनाएं देखी गईं। कूच बिहार के माथभंगा-1 ब्लॉक के हजराहाट गांव में एक युवक बैलेट बॉक्स लेकर भाग गया।साउथ 24 परगना के भांगड़ ब्लॉक के जमीरगाछी में इंडियन सेक्यूलर फ्रंट (ISF) और TMC कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई।
थैले में भरकर बम लाए थे TMC लोग
यहां गांव के लोगों ने बताया कि TMC के लोग थैले में भरकर बम लाए थे। TMC कार्यकर्ता गांव के लोगों को डराकर वोट डलवा रहे थे। उन्होंने इतने बम फेंके कि 2 घंटे तक पोलिंग रुकी रही। कुछ बम मीडियो वालों की तरफ भी फेंके। पिछले 24 घंटों में चुनावी हिंसा में छह जिलों में 15 लोगों के मरने की खबर है। मरने वालों में आठ TMC कार्यकर्ता, तीन CPI(M) कार्यकर्ता, कांग्रेस-भाजपा और ISF के एक-एक कार्यकर्ता और एक निर्दलीय उम्मीदवार का पोलिंग एजेंट शामिल है। 9 जून से अब तक हिंसक घटनाओं में मरने वालों की संख्या 30 हो चुकी है। न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, पंचायत चुनाव 2003 में 76, 2013 में 39 और 2018 में 30 मौतें हुई थीं। हिंसा की घटनाओं को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने BJP के प्रदेश अध्यक्ष सुकान्त मजूमदार से भी बात की और कार्यकर्ताओं के बारे में जानकारी ली। वहीं, नंदीग्राम से भाजपा विधायक शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि बंगाल जल रहा है। केंद्र को यहां राष्ट्रपति शासन लगाना चाहिए। इधर, BSF ने चुनाव आयोग को लेटर लिखकर कहा की उन्हें संवेदनशील बूथों के बारे में सही जानकारी नहीं दी गई थी।
छह जिलों में 15 लोगों की मौत हुई
शनिवार सुबह मुर्शिदाबाद के बेलडांगा और कूचबिहार के तूफानगंज में दो पार्टी कार्यकर्ताओं, जबकि मालदा के मानिक चौक में TMC नेता के रिश्तेदार की हत्या कर दी गई। अभी तक कुल 8 कार्यकर्ता मारे जा चुके हैं।मुर्शिदाबाद के रेजीनगर में कांग्रेस कार्यकर्ता यास्मीन एसके का मर्डर कर दिया गया।पूर्वी बर्दवान में शुक्रवार रात 32 साल के CPI(M) कार्यकर्ता रजिबुल हक को गोली मार दी गई थी। शनिवार सुबह उसने कोलकाता के NRS मेडिकल कॉलेज में दम तोड़ दिया। CPI(M) के तीन कार्यकर्ताओं के मरने की खबर है। कूचबिहार के फलिमारी में शनिवार सुबह भाजपा के पोलिंग एजेंट माधव विश्वास की गोली मारकर हत्या कर दी गई। नादिया जिले के हरिनघाटा इलाके में TMC से झड़प में ISF कार्यकर्ता की मौत हो गई। मृतक की पहचान 48 साल के सइदुल शेख के तौर पर हुई है। उत्तरी 24 परगना के पीरगाछा में एक निर्दलीय उम्मीदवार के बूथ एजेंट अब्दुल्ला की हत्या कर दी गई।
लोगों की जान लेकर चुनाव जीतना चाहती है टीएमसी:नौशाद
रिपोर्टर अक्षय बाजपेयी ने ISF के एकमात्र विधायक नौशाद सिद्दीकी से हिंसा को लेकर बातचीत की। उन्होंने कहा कि मेरी विधानसभा में जिस दिन से नॉमिनेशन शुरू हुआ उसी दिन से TMC के लोगों ने आम जनता पर दबाव डालना शुरू कर दिया था। हम जहां रहते हैं कल रात में वहां भी TMC के गुंडों ने बमबाजी की। वे लोग जानते हैं कि आम आदमी अधिक वोट डालेगा तो सरकार के खिलाफ वोट डालेगा, इसलिए वह ऐसा माहौल बना रहे थे कि लोग वोट ना डाल पाएं।TMC के लोकल लीडर्स कट मनी लेते हैं इसलिए आम लोगों ने अब तय कर लिया है कि उन्हें वोट नहीं डालेंगे। ऐसा हुआ तो रूलिंग पार्टी से जुड़े नेताओं की रोजी-रोटी बंद हो जाएगी भांगड़ में चुनाव हारने के बाद टीएमसी अब किसी भी हाल में पंचायत को अपने पक्ष में करना चाहती है भले ही किसी की जान भी क्यों न लेना पड़े
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