फिर आंदोलन की राह पर नौरोजाबाद के नागरिक

फिर आंदोलन की राह पर नौरोजाबाद के नागरिक

ट्रेनो का स्टापेज नहीं मिलने से आक्रोषित, सौंपा गया महाप्रबंधक के नाम का ज्ञापन

बांधवभूमि न्यूज, हुकुम सिंह

मध्यप्रदेश

उमरिया
नौरोजाबाद। नगर मे ट्रेनो के स्टापेज को लेकर स्थानीय नागरिक एक बार फिर आंदोलन की राह पकड़ सकते हैं। इसका कारण रेल प्रशासन द्वारा लगातार की जा रही उपेक्षा है। इस समस्या को लेकर रेल रोको संघर्ष समिति ने रविवार को महाप्रबंधक दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन बिलासपुर के नाम का ज्ञापन स्टेशन मास्टर नौरोजाबाद को सौपा है। ज्ञापन मे कहा गया है कि नौरोजाबाद से रेलवे को सर्वाधिक राजस्व मिलता है। इसके बावजूद प्रशासन हमेशा नगर के साथ सौतेला व्यवहार करता चला आ रहा है। हालत यह है कि नई सौगात तो दूर जो सुविधायें पहले से मिल रही थीं, वे भी अब छीन ली गई हैं। समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि कोरोना के बाद देश की सभी ट्रेने बंद कर दी गई थीं। जैसे ही महामारी गई और ट्रेनो का संचालन शुरू उसी समय नौरोजाबाद स्टेशन पर कई गाडिय़ों का ठहराव समाप्त कर दिया गया। तभी से क्षेत्रवासी सरकार और रेलप्रबंधन से ट्रेनो का स्टापेज पूर्ववत करने की मांग कर रहे हैं। उन्होने बताया कि तहसील मुख्यालय नौरोजाबाद का रेलवे स्टेशन जोहिला क्षेत्र की कोयला खदानो, अनेक धार्मिक स्थलों तथा क्षेत्र के सैकड़ों ग्रामो तक पहुंचने का मुख्य केन्द्र हैं। वर्षो से  महत्वपूर्ण गाडिय़ां नहीं रूकने से जहां लोगों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ता है, वहीं इससे पूरे अंचल का विकास थम गया है। रेल रोको संघर्ष समिति ने साफतौर पर कहा है कि यदि रेल प्रशासन और सरकार जल्दी ही नौरोजाबाद मे पूर्व से रूक रही ट्रेनो का स्टापेज बहाल नहीं करता तो वे उग्र आंदोलन के लिये बाध्य होंगे, जिसकी सारी जिम्मेदारी रेलवे और शासन की होगी।

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