इंदौर के पुलिस कंट्रोल रूम में महिला अफसर को गोली मारी, फिर भोपाल के टीआई ने की खुदकुशी
इंदौर। भोपाल के एक टीआई ने इंदौर के पुलिस कंट्रोल रूम में खुद को गोली मारकर सुसाइड कर लिया। उन्होंने पहले एक महिला सब इंस्पेक्टर को गोली मारी, इसके बाद खुद जान दे दी। पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र ने इसे प्रेम-प्रसंग का मामला बताया है। भोपाल के श्यामला हिल्स थाने के टीआई हाकम सिंह इंदौर आकर महिला एसआई रंजना खांडे के साथ कॉफी पी रहे थे। दोनों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ और टीआई ने अचानक गोली चला दी। कंट्रोल रूम के बाहर दो फायर की आवाज सुन अन्य पुलिसकर्मी जब मौके पर पहुंचे तो वहां कार के पास टीआई हाकम सिंह पवार और एसआई रंजना लहूलुहान पड़े थे। पुलिसकर्मियों ने समझा कि दोनों को किसी ने गोली मारी है।जब वे पास पहुंचे तो माजरा समझ आया। टीआई के पैरों के पास उनकी सर्विस रिवॉल्वर पड़ी हुई थी। जब महिला तो हिलाया तो वह उठकर बैठ गईं और सड़क पर आ गईं। इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। सीसीटीवी में टीआई हाकम सिंह और महिला एसआई रंजना साथ बैठकर चाय पीते दिखे। उनके साथ रंजना का भाई भी था।]
विवाद की ये वजह भी आई सामने
घायल रंजना ने मीडिया से सीधे बात नहीं की। उनके नजदीकी लोगों का कहना है कि टीआई हाकम सिंह पंवार और महिला एसआई के बीच कार को लेकर विवाद चल रहा था। महिला ने हाकम सिंह से कार खरीदी थी, लेकिन टीआई ने कार ट्रांसफर नहीं की थी। इसी बात को लेकर दो-तीन दिन से दोनों में तनातनी चल रही थी। इसे लेकर शुक्रवार को भी दोनों में विवाद हुआ था।
तीन दिन की छुट्टी लेकर गए थे इंदौर
भोपाल के एडिशनल डीसीपी रामस्नेही मिश्रा का कहना है कि टीआई हाकम सिंह 6 फरवरी 2022 को भोपाल के श्यामला हिल्स थाने में पदस्थ हुए थे। वह खटलापुरा इलाके में फ्लैट लेकर किराए से रहते थे। मूलत: तराना उज्जैन के रहने वाले हाकम सिंह भोपाल में अकेले रहते थे। 21 जून को तीन दिन की छुट्टी लेकर गए थे। गुरुवार को उन्हें जॉइन करना था। 58 साल के टीआई हाकम सिंह कॉन्स्टेबल पद पर पुलिस में भर्ती हुए थे।
खरगोन की रहने वाली हैं रंजना
घायल एसआई रंजना खरगोन जिले की रहने वाली हैं। वर्ष 2014 में वे सीधी भर्ती के जरिए पुलिस विभाग में ज्वाइन हुई। उनकी पहली पोस्टिंग धार में हुई थी। वे साल 2018 में इंदौर आई। अभी पुलिस कंट्रोल रूम में ASI हैं। फिलहाल घायल महिला एसआई का उपचार चल रहा है। रंजना को डॉक्टरों ने अभी बोलने से मना किया है।
घायल एसआई रंजना खरगोन जिले की रहने वाली हैं। वर्ष 2014 में वे सीधी भर्ती के जरिए पुलिस विभाग में ज्वाइन हुई। उनकी पहली पोस्टिंग धार में हुई थी। वे साल 2018 में इंदौर आई। अभी पुलिस कंट्रोल रूम में ASI हैं। फिलहाल घायल महिला एसआई का उपचार चल रहा है। रंजना को डॉक्टरों ने अभी बोलने से मना किया है।
Advertisements
Advertisements