प्रशांत दुबे की हत्या के लिये उकसाने का आरोपी दिलीप गिरफ्तार

परिजनो ने लगाया आरोप, कहा-पुलिस ने बनाई झूंठी रिपोर्ट
शहडोल/सोनू खान।जिले के गोहपारू थाना अंतर्गत प्रशांत के हत्या मामले में एक नया मोड़ आया है जिसमें दिलीप शुक्ला को हत्या के लिए उकसाने जैसे मामलों मे आरोपी मानते हुए कार्यवाही की गई है थाना गोहपारू क्षेत्रांतर्गत रिपोर्ट लिखायी गयी थी कि दिनांक २८ नवंबर २०२० के शाम ७ बजे से प्रशांत द्विवेदी पिता मोहन लाल द्विवेदी उम्र ३४ वर्ष निवासी खन्नौधी आरोपी दिलीप शुक्ला से पैसे की लेन देन को लेकर विवाद होने से लापता हो गया था। गुम इंसान जांच के दौरान दिनांक ०३.१२.२० को मुखबिर सूचना प्राप्त हुई की एक व्यक्ति की लाश बरमबाबा नाखा खेत झल्लू पाव के कुंए के पानी में तैर रही है सूचना पर घटना स्थल पहुंचकर मृतक के शव का पहचान कर पंचनामा कराया जाकर मर्ग कायम किया गया। मर्ग जांच में साक्षीगण के कथनों में आये तथ्यो से यह पाया गया कि मृतक प्रशांत द्विवेदी लॉकडाउन से लगभग ७-८ माह पहले आरोपी दिलीप शुक्ला को १५००० रू दिया था जो मृतक द्वारा अपने दिये गये पैसे दिलीप शुक्ला से बार-बार मांगे जा रहे थे। आरोपी पैसा देने से मना कर देता था एवं फोन करने पर अलग-अलग जगह पैसा देने के नाम पर बुलाता था और जब मृतक पैसा लेने पहुंचता था तो आरोपी द्वारा पैसा न देकर मृतक को कहता था कि तुम्हे जो करना है कर लो पैसा नहीं दुंगा तुम मर भी जाओगे तो भी पैसे नही ले पाओगे। इस प्रकार आरोपी मृतक को पैसा न देना, पैसा देने के लिये कई अलग-अलग जगह बुलाना, मोबाइल नं० ब्लैक लिस्ट में डाल देना एवं मृतक को जान देने के बाद भी पैसा प्राप्त न कर सकना की बात कहकर प्रताडि़त कर रहा था। आरोपी के प्रताड़ना से प्रताडि़त होकर मृतक प्रशांत द्विवेदी घटना दिनांक को झल्लू पाव के खेत के कुंए में कुदकर आत्महत्या कर लिया था जो प्रथम दृृष्टया आरोपी दिलीप शुक्ला के विरूद्ध आत्महत्या के लिये दुष्प्रेरित करने का अपराध घटित होना पाये जाने से अपराध कायम कर विवेचना में लिया गया एवं आरोपी दिलीप शुक्ला को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया गया। उक्त कार्यवाही थाना प्रभारी गोहपारू उपनिरिक्षक लवकेश उपाध्याय, महाबली प्रजापति, सुभाष दुबे, प्रआर अमृत लाल, आर अमृत प्रजापति की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
गोहपारू टीआई की लापरवाही आई सामने
पूरी घटना में बताया गया कि जब विवाद बस स्टैंड के पास हुआ था तभी पुलिस द्वारा दोनों पक्ष को बुलाया गया और एक पक्ष को सुनते हुए दूसरे पक्ष की नहीं सुनी गई मोबाइल छीनने के मामले में पुलिस ने मोबाइल दिलीप शुक्ला का दिला दिया लेकिन जहां घ्१५००० की बात थी उसको लेकर टीआई द्वारा कोई भी कदम नहीं उठाया गया जिससे विवाद बढ़ा और पुलिस थाना में फैसला होने के बाद विवाद एक नया रूप लिया जहां होटल में विवाद हुआ और रात से प्रशांत लापता रहा ग्रामीणों एवं मृतक के भाई प्रवीण द्विवेदी ने बताया है कि अगर मामले की जांच की जाए तो दिलीप शुक्ला ही मुख्य आरोपी है जोकि आत्महत्या के लिए प्रेरित नहीं किया हत्या जैसे बड़े अपराध को कार्य किया है जिस पर उसे कड़ी सजा मिले क्योंकि दिलीप शुक्ला द्वारा सरेआम यह कहा गया था कि जब तुम बचोगे तब ना पैसा लोगे लोगों ने कहा कि निश्चित ही दिलीप शुक्ला ही मुख्य हत्यारा है और उसने ही हत्या किया है जिस पर उसे कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
इनका कहना है
मामले में ३०६ आईपीसी का मामला दर्ज किया गया है अगर परिजनों को कोई समस्या है तो वह आकर हमसे मिल सकते हैं।
मुकेश वैश्य
एडिशनल एसपी शहडोल

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