पानीदार ही समझते पानी की बकत

पानीदार ही समझते पानी की बकत
उमरार यात्रा के समापन मे शरीक हुए संभागीय कमिश्नर, जल संरक्षण के लिये किया प्रेरित
बांधवभूमि, उमरिया
दुनिया की सभी मानव सभ्यतायें नदियों के किनारे फली, फूलीं और पल्लवित हुर्इं। नदियां व्यक्ति के जन्म से मृत्यु तक की आवश्यकताओं की पूर्ति करतीं हैं। उक्त आशय के उद्गार शहडोल संभाग के आयुक्त राजीव शर्मा ने खैरभार मे उमरार नदी के संरक्षण, संवर्धन और पुनरोद्धार हेतु आयोजित जनजागरण पदयात्रा के समापन अवसर पर व्यक्त किये। नदी संरक्षण के लिए काम करने वाली टीम को बधाई देते हुए उन्होने कहा कि पानीदार लोग ही पानी की बकत समझ सकते हैं। श्री शर्मा ने कहा कि भारतीय समाज सदैव से स्वाधीन और स्वाभिमानी रहा है। जो सरकार की ओर देखने की बजाय सार्वजनिक हित के कार्यो मे स्वप्रेरित हो कर जनभागीदारी के लिये उतर पड़ता है। यह पंच परमेश्वर का देश है। अपने गौरवमयी अतीत को याद करते हुए युवा और बुजुर्ग आजादी से प्राप्त स्वतंत्रता का उपयोग समाज कल्याण के लिए करें। कमिश्नर राजीव शर्मा ने कहा कि आज हमारी परंपरा, संस्कृति और सभ्यता नदियों के सांथ खत्म होती जा रही है। यदि समय रहते नहीं चेते तो सभी को भयंकर संकट का सामना करना पड़ेगा। अपनी संतानो को ऐसी भयावह परिस्थिति से सुरक्षित करने के लिए जंगल, जमीन एवं जल के संरक्षण का संकल्प लें।
करते रहें प्रयास:एडीजी
शहडोल रेंज के एडीजी डीसी सागर ने कहा कि आने वाली पीढ़ी ने जिस तरह नदी का संरक्षण बीड़ा उठाया है, वह सुखद और सुकून देने वाला है। बशर्ते यह प्रयास अंजाम तक पहुंचे। कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती। हमे अपने प्रयासों को आगे बढाते रहना होगा।
समृद्धि का प्रतीक हैं नदियां: इला
सीईओ जिला पंचायत इला तिवारी ने कहा कि जो शहर नदियों के किनारे बसे होते हैं, वहां समृद्धि स्वमेव आ जाती है। किसानों को खेती के लिए पानी, पालतू जीवों के भोजन तथा पेयजल की व्यवस्था हो जाती है। हम सबको जल संकट से निपटने के लिए सरकार के साथ जन सहभागिता के साथ कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जिले मे पुष्कर धरोहर के तहत 509 तालाबों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है। वहीं 103 अमृत सरोवर बनाए जा रहे हैं। अमृत सरोवर के तहत तालाब निर्माण मे थ्री लेयर का पौधरोपण भी कराया जाएगा। इस मोके पर सीईओ श्रीमती तिवारी ने नागरिकों से अमृत सरोवर के तहत बन रहे तालाब मे जुडऩे की अपील की।
महाआरती के सांथ समापन
उल्लेखनीय है कि जिला मुख्यालय से गुजरने वाली उमरार नदी के संरक्षण हेतु सेवानिवृत शासकीय कर्मी बाला सिंह टेकाम के नेतृत्व मे निकाली गई थी। जिसका समापन खैरभार ग्राम स्थित उमरार-छोटी नदी के संगम तट पर महाआरती के सांथ हुआ। कार्यक्रम मे पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार सिन्हा, तहसीलदार चंदिया पंकज नयन तिवारी, चंदिया टीआई राघवेंद्र तिवारी, उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं एचपी शुक्ल, समाज सेवी संतोष द्विवेदी, भूपेन्द्र तिवारी, अजय भिमानिया, संत देव स्वरूपानंद, मनीष राजपूत, नंदलाल, एम खान, फूल सिंह, सुरेन्द्र जी, अरूण त्रिपाठी, एजाज खान, केजी पाण्डेय, विजय जोशी, सुरेन्द्र जी, पवन सिंह, राजेश मानव, रामकृपाल, भूपेश शर्मा आदि शामिल रहे।

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