मंत्री सुश्री मीना सिंह ने दिये निर्देश, आजाक विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की हुई समीक्षा
उमरिया। प्रदेश शासन की आदिम जाति कल्याण मंत्री सुश्री मीना सिंह ने कहा है कि जिले के छात्रावास एवं आश्रमों मे 5 साल से अधिक समय से पदस्थ अधीक्षकों को हटाकर नये अधीक्षक नियुक्त किए जांय। सांथ ही छात्रावास एवं आश्रमों मे मीनू के अनुसार विद्यार्थियों को नास्ता एवं भोजन उपलब्ध कराया जाए। सुश्री सिंह कलेक्ट्रेट सभागार मे आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा संचालित योजनाओ की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रही थी। इस मौके पर उन्होने कहा कि शैक्षणिक गुणवत्ता मे सुधार शासन की पहली प्राथमिकता है। उन्होने कहा कि एकलव्य एवं आदर्श उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों मे योग्य शिक्षक ही रखें जाए। स्कूल का शैक्षणिक वातावरण अच्छा बनाया जाए तथा विद्यार्थियों को कक्षा के अतिरिक्त भी विषयों की कोचिंग दी जाए। आवश्यकतानुसार आनलाईन कोचिंग की भी व्यवस्था की जाए। शिक्षकों का चयन टेस्ट के माध्यम से किया जाए।
ये भी रहे मौजूद
बैठक में कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव , वनमण्डला अधिकारी आरएस सिकरवार, उप संचालक नेशनल पार्क सिद्धार्थ गुप्ता, अपर कलेक्टर अशोक ओहरी, एसडीएम बांधवगढ अनुराग सिंह, एसडीएम पाली नेहा सोनी, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास आनंद राय सिन्हां, अनुविभागीय अधिकारी वन उमरिया एवं पाली, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत मानपुर एवं पाली उपस्थित रहे।
20 प्रतिशत कार्य विधायकों की अनुशंसा से
मंत्री सुश्री मीना सिंह ने कहा कि बस्ती विकास मद में आदिम जाति कल्याण विभाग को प्राप्त होने वाली राशि से 20 प्रतिशत राशि के कार्य विधायकों की अनुशंसा पर स्वीकृत किए जाये। आपने बस्ती विकास मद से आदिवासी बस्तियो में सामुदायिक भवन, स्कूलों के बाउण्ड्रीवाल, छात्रावास एवं आश्रमों का निर्माण या स्थानीय आवश्यकतानुसार अन्य कार्य स्वीकृत किए जाए। उन्होने कहा कि सभी अधिकारी मिलकर अच्छा कार्य करें तथा जिले को विकास के क्षेत्र में माडल बनाये।
पांच वर्ष से जमे अधीक्षकों का हटायें
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