पश्चिम बंगाल चुनाव मेें भी शिव और नाथ होंगे आमने-सामने
भोपाल। 5 पांच राज्यों में हो रहे चुनाव में मध्य प्रदेश के दिग्गज नेता एक बार फिर आमने-सामने होंगे। भाजपा और कांग्रेस ने प्रदेश के नेताओं को पांच राज्यों के चुनाव में अहम जिम्मेदारी सौंपी है। प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पश्चिम बंगाल चुनाव में आमने-सामने होंगे। दोनों ही नेताओं को पार्टी ने अपने स्टार प्रचारकों में शामिल किया है।
बात भाजपा की करें तो एमपी से जुड़े बड़े नेताओं को अहम जिम्मेदारियां मिली हैं। पश्चिम बंगाल के चुनाव में पार्टी ने सीएम शिवराज को स्टार प्रचारक बनाया है। सीएम शिवराज पश्चिम बंगाल में एक चुनावी दौरा पूरा कर चुके हैं। इसके अलावा कैलाश विजयवर्गीय पश्चिम बंगाल में डेरा डाले हुए हैं। पश्चिम बंगाल में जिम्मेदारी संभालने वाले एमपी के नेताओं के नामों पर नजर डालें तो सीएम शिवराज, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल, कैलाश विजयवर्गीय, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग को पश्चिम बंगाल में बड़ी जिम्मेदारी मिली है। इसके अलावा मध्यप्रदेश से जुड़े नेता और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को पार्टी ने आसाम की जिम्मेदारी सौंपी है।
विपक्षी दल के इन नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी
इसी तरीके से कांग्रेस पार्टी में एमपी से जुड़े नेताओं को मिली जिम्मेदारी पर नजर डालें तो पश्चिम बंगाल में कमलनाथ पार्टी के स्टार प्रचारक होंगे। इसके अलावा कमलनाथ को आसाम की भी जिम्मेदारी दी गई है। कमलनाथ के अलावा दिग्विजय सिंह को तमिलनाडु और पुडुचेरी की जिम्मेदारी मिली है। पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक कमलेश्वर पटेल को आसाम चुनाव में स्क्रीनिंग कमेटी का सदस्य बनाया गया है।
पूरा जोर लगाएगी कांग्रेस
पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने कहा है कि पश्चिम बंगाल समेत पांच राज्यों के चुनाव में पार्टी के प्रदेश नेता पूरा जोर लगाने का काम करेंगे। चुनाव में अभी प्रदेश से जुड़े कुछ और नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी दी जाएगी। साथ ही सज्जन सिंह वर्मा ने कहा है की पार्टी में अलग-थलग चल रहे जी-23 वाले नेता भी चुनाव में अपना महत्व साबित करेंगे।
नतीजों से चलेगा पता कौन कितना असरदार
दरअसल पश्चिम बंगाल में 27 मार्च से 29 अप्रैल के बीच आठ चरण में चुनाव होना है। पांच राज्यों के चुनाव 2 मई को घोषित होंगे। लेकिन उससे पहले बीजेपी और कांग्रेस अपने दिग्गजों को चुनाव मैदान में उतारकर पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश में है। प्रदेश में होने वाले नगरी निकाय चुनाव से पहले पांच राज्यों के चुनाव में दम दिखाने वाले एमपी के नेता कितने असरदार साबित होंगे यह 2 मई को घोषित होने वाले नतीजों से ही पता चलेगा।वहीं, पश्चिम बंगाल समेत पांच राज्यों में बीजेपी के नेताओं को मिली बड़ी जिम्मेदारी पर बीजेपी विधायक कृष्णा गौर ने कहा है कि पांच राज्यों के चुनाव में एमपी के नेता असरदार साबित होंगे। नेताओं का कद देखते हुए ही पार्टी ने बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। पांच राज्यों के चुनाव में प्रदेश के नेताओं का बड़ा रोल होगा और इसका असर 2 मई को घोषित होने वाले नतीजों पर दिखाई देगा।
पांच राज्यों के चुनाव में दिखेगा मप्र कादम
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