अतरिया मे जलाशय निर्माण रोकने पहुंचे ग्रामीण, कलेक्टर ने संभाला मोर्चा
उमरिया। जिले के करकेली जनपद क्षेत्र के ग्राम अतरिया मे बनाये जा रहे जलाशय का विरोध करने बुधवार को सैकड़ो ग्रामीण निकल पड़े। स्थानीय लोगों का कहना है कि बांध के निर्माण में जमीन जाने के बाद उनके जीवन-यापन का जरिया खत्म हो जाएगा। लिहाजा उन्हें जमीन के बदले जमीन दी जाय। मामला बिगडऩे की सूचना मिलते ही कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव, एसडीओपी, थाना कोतवाली के टीआई सुंदरेश मरावी सहित अन्य अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंच गए। उनके द्वारा ग्रामीणों को कई घंटे तक समझाईश दी गई, और कहा कि कृषि और विकास के लिए बांध का निर्माण जरूरी है। उल्लेखनीय है कि गांव में 13 करोड़ की लागत से बन रहे जलाशय का स्थानीय ग्रामीण लंबे समय से विरोध कर रहे हैं। बताया गया है कि कलेक्टर से चर्चा के बाद भी ग्रामीण अपनी जिद पर अड़े हुए हैं।
गांव को नहीं होगा फायदा
बताया गया है कि बांध के निर्माण मे गांव के 61 किसानों की करींब 16 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित की गई है। इनमे से अधिकांश किसानों का अवार्ड पारित हो चुका है। साथ ही मुआवजे की राशि भी उनके खाते में पहुंच गई है। शेष किसान राशि नही लेना चाहते। किसानों का यह भी कहना है कि इस बांध अतरिया को कोई फायदा नहीं होगा। इससे मझौली, कासपानी, जलधारा, डोगरहा आदि के खेतों की सिचाई होगी।
मुआवजा लेने के बाद भी विरोध
विरोध करने वालों मे वे किसान भी थे जिन्होंने मुआवजा प्राप्त कर लिया है। अब उनका भी यही कहना है कि भूमि के बदले कही और भूमि दी जाए, जिससे उनके परिवार का पालन हो सके। वही कुछ आदिवासी खेरदाई माता के विस्थापन का विरोध कर रहे हैं।
पहले जमीन दो, फिर बनाओ बांध
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