पश्चिमी विक्षोभ ने बिगाड़ा मौसम का मिजाज

पश्चिमी विक्षोभ ने बिगाड़ा मौसम का मिजाज
सुबह मिली राहत, बूंदाबांदी सांथ ही शाम को शुरू हुई गलाव वाली ठण्ड
बांधवभूमि, उमरिया
जिले मे सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के कारण शुक्रवार की शाम से आसमान पर हल्के बादलों का आना शुरु हो गया था। उसी समय मौसम विभाग ने राजस्थान से आने वाली चक्रवर्ती हवाओं के कारण शनिवार को क्षेत्र मे कहीं-कहीं बारिश और ओले गिरने की संभावना व्यक्त की थी। जो आंशिक तौर पर सही साबित हुई। कल सुबह से कोहरे के कारण ठण्ड कम रही। दोपहर लगभग 12 बजे निकली धूप ने कुछ और राहत दी परंतु शाम होते ही आसमान मे छाए बादलों ने फिर सर्दी का एहसास कराना शुरू कर दिया। मौसम केंद्र के वैज्ञानिकों ने बताया है कि पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। इसी दौरान राजस्थान से चक्रवर्ती हवाएं भी दस्तक देंगी, जिससे बारिश की संभावना बढ़ गई है। ये हालात 24 जनवरी तक रहेंगे। इसके बाद मौसम साफ होगा तो सर्दी और बढ़ेगी।
पिछले साल से ज्यादा सर्द रहा जनवरी का महीना
नए साल के पहले महीने जनवरी के 22 दिन निकल गये। बीते साल से ये दिन ज्यादा सर्द निकले। 22 दिन मे 15 दिन तापमान 20 डिग्री से कम रहा जबकि मात्र 7 दिन तापमान ने 20 डिग्री को पार किया। 4 जनवरी को पारा 25 डिग्री तक चढ़ा। इसकी तुलना मे वर्ष 2021 में सिर्फ 1 दिन 9 जनवरी को दिन का तापमान 19.4 डिग्री तक गिरा था। शेष दिन यह 21 डिग्री से 27.8 डिग्री के बीच रहा।
पाले की आशंका से घबराये किसान
घने कोहरे और शीतलहर से अन्नदाता के चेहरे पर ङ्क्षचता की लकीरें ङ्क्षखची हुईं हैं। उन्हे अब उन्हे पाला गिरने का डर सता रहा है। कारण पाले से नगदी और दलहनी फसलों को सबसे अधिक नुकसान होता है। हालांकि अभी तक ऐसी स्थिति नहीं आई है। पिछले दिनो ठण्ड से बागवानी वाली फसलों जैसे आलू और धनिया आदि को नुकसान हुआ था परंतु कुछ दिनो मे ही एक बार फिर ऐसे हालात बनने लगे हैं। किसानो का मानना है कि यदि सर्दी लगातार पड़ती रही तो सब्जियों को नुकसान हो सकता है।

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