पति व देवर ने की थी पत्नी और ससुर की हत्या
चंदिया के दोहरे हत्याकाण्ड मे पुलिस का खुलासा, मामले के दोनो आरोपी हिरासत मे
उमरिया। जिले के चंदिया थाना क्षेत्र अंतर्गत विगत दिनो हुए सनसनीखेज दोहरे हत्याकाण्ड के दोनो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों मे एक मृतक महिला का पति व दूसरा उसका देवर बताया जाता है। दोनो को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस का मानना है कि ये हत्यायें अवैध संबंधों के शक का नतीजा थीं। जिसने नकेवल एक हंसता-खेलता परिवार तबाह कर दिया बल्कि दो मासूमो को हमेशा-हमेशा के लिये यतीम होने के लिये मजबूर कर दिया। घटनाक्रम का खुलासा करते हुए शहडोल रेंज के एडीजी डीसी सागर ने बताया कि पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार सिन्हा और उनकी टीम ने तकनीकि तथा परंपरागत संसाधनो के उपयोग से बेहद कम समय मे वारदात का पर्दाफाश करते हुए आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।
बच्चों ने खोला कत्ल का राज
घटना के संबंध मे मिली जानकारी के मुताबिक गत 2 अक्टूबर 21 की रात छोटू उर्फ जोगिंदर पिता बसंत सोनी निवासी अलीगढ़ हालमुकाम दिल्ली अपने भाई जगवीर सोनी के सांथ शहर के गढ़ी चौराहा स्थित अपनी ससुराल पहुंचे। जहां पर दोनो ने मिल कर ससुर रामनिहोर सोनी तथा पत्नी सुशीला सोनी की नृशंस हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गये।
सुबह होने पर महिला के मासूम बच्चों ने अपने चचेरे भाई सुमित पिता राधेश्याम सोनी को बताया कि रात मे उसके पिता व ताऊ ने मां तथा नाना के सांथ मारपीट की है। जब सुमित ने घर आ कर देखा तो वहां दोनो के रक्तरंजित शव पड़े मिले। जिसके बाद उसने थाने पहुंच कर पुलिस को इसकी इत्तला दी।
कुछ घंटों मे ही पकड़े गये कातिल
हत्याकाण्ड की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंचे और पोस्टमार्टम सहित अन्य कार्यवाही पूर्ण कर शवों को परिजनो के सुपुर्द किया। कुछ ही देर मे एसपी श्री सिन्हा तथा एडीजी श्री सागर ने भी घटना स्थल का दौरा कर हालात का जायजा लिया। इस मामले मे अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध धारा 302, 34 का अपराध दर्ज कर विवेचना शुरू की गई। सांथ ही उन पर 30-30 हजार रूपये का ईनाम भी घोषित किया गया। इसी बीच मुखबिर की सूचना पर दोनो कातिलों को कटनी बायपास के समीप घेराबंदी कर दबोच लिया गया।
बच्चों की दशा पर दुखी एडीजी
पूंछतांछ मे हुए प्रारंभिक खुलासे के अनुसार आरोपी छोटू को शक था कि सुशीला सोनी किसी व्यक्ति से फोन पर बात करती थी, जिससे वह शादी करने वाली है। बस इसी बात पर उसने पति के सांथ ससुर को भी निपटाने का प्लान बना लिया। शहडोल रेंज के एडीजी डीसी सागर ने कहा कि इस काण्ड का सबसे दुखद पहलू दो अबोध मासूमो के सांथ हुआ अन्याय है, जिसका दंश अब उन्हे जीवन भर भुगतना होगा। दोनो बच्चों के पालन-पोषण हेतु बाल कल्याण समिति के निर्देशानुसार कार्यवाही की जा रही है।
इनका रहा विशेष योगदान
पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार सिन्हा के मार्गदर्शन, वर्तमान व तत्कालीन एसडीओपी रविशंकर पाण्डेय एवं श्रीमती भारती जाट के निर्देशन तथा टीआई राघवेन्द्र तिवारी के नेतृत्व मे हुई इस कार्यवाही मे उनि नितेश सिंह, सउनि रावेन्द्र तिवारी, प्रआर शरद सैनी, आरक्षक उपेन्द्र, विजय सिंह, सत्येन्द्र गर्ग, सायबर सेल के प्रआर राहुल विश्वकर्मा, आरक्षक विकास मिश्रा एवं संदीप सिंह का महत्वपूर्ण योगदान था।
पति व देवर ने की थी पत्नी और ससुर की हत्या
Advertisements
Advertisements