नई दिल्ली।सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश आर सुभाष रेड्डी मंगलवार को सेवानिवृत्त हो गए। देश के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमण ने न्यायाधीश रेड्डी के योगदानों की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने लोगों की स्वतंत्रता की सुरक्षा की और प्रोत्साहित किया। उनमें सामाजिक वास्तविकताओं के प्रति करुणा और चेतना है।न्यायाधीश रेड्डी को दो नवंबर 2018 को सुप्रीम कोर्ट में पदोन्नत किया गया था। वह सुप्रीम कोर्ट में तेलंगाना के पहले न्यायाधीश रहे। चार साल से अधिक समय तक सुप्रीम कोर्ट में अपनी सेवाएं देने के बाद सेवानिृत्त हुए न्यायाधीश रेड्डी के जाने से अब शीर्ष अदालत में न्यायाधीशों की संख्या 32 रह गई है।दोपहर में औपचारिक सुनवाई के लिए न्यायाधीश रेड्डी, सूर्यकांत और हिमा कोहली के साथ बैठे मुख्य न्यायाधीश ने उनकी जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि हमारे 30 वर्षों के जुड़ाव के दौरान मुझे हमेशा उनका मजबूत समर्थन मिला। हम बहुत अच्छे दोस्त बने और मैं उन्हें अपनी शुभकामनाएं देता हूं।
सुप्रीम कोर्ट में तेलंगाना के पहले न्यायाधीश
सीजेआई रमण ने कहा कि तेलंगाना के निर्माण के बाद न्यायाधीश सुभाष रेड्डी इस प्रदेश से आने वाले पहले सुप्रीम कोर्ट न्यायाधीश हैं। उन्होंने कहा कि मेरी तरह न्यायाधीश रेड्डी भी कृषक परिवार से आते हैं और उन्होंने अपने करियर के दौरान एक कानूनी पेशेवर के तौर पर कई उपलब्धियां अर्जित की हैं।
सुप्रीम कोर्ट में तेलंगाना के पहले न्यायाधीश
सीजेआई रमण ने कहा कि तेलंगाना के निर्माण के बाद न्यायाधीश सुभाष रेड्डी इस प्रदेश से आने वाले पहले सुप्रीम कोर्ट न्यायाधीश हैं। उन्होंने कहा कि मेरी तरह न्यायाधीश रेड्डी भी कृषक परिवार से आते हैं और उन्होंने अपने करियर के दौरान एक कानूनी पेशेवर के तौर पर कई उपलब्धियां अर्जित की हैं।
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