न्याय के लिए भटक रही नाबालिग

पड़ोसियों पर लगाया रेप करने का आरोप
शहडोल/सोनू खान। अनूपपुर जिले के अमरकंटक थाना क्षेत्र में एक नाबालिग लड़की के साथ दुराचार के बाद अमरकंटक थाने में शिकायत नही सुनते हुए पीड़ित नाबालिग को थाने से भगा देने का एक मामला शहडोल पुलिस रेंज ADGP कार्यालय में सामने आया है।  जहां नाबालिग लड़की ने आरोप लगाया है कि उसके पड़ोस में रहने वाले 2 युवक घर पर अकेली पाकर उसके साथ दुराचार किये जब युवती इस मामले की शिकायत करने अमरकंटक थाने पहुची तो अमरकंटक पुलिस उसकी शिकायत सुनने की बजाय उसे थाने से भगा दिया ,जिससे अब नाबालिग अपने परिजनो के पुलिस के बड़े अधिकारी से शिकायत करने शहडोल पहुच न्याय की गुहार लगा रही है । अमरकंटक थाना क्षेत्र  की रहने वाली एक नाबालिग लड़की शहडोल रेन्ज ADGP कार्यालय पहुच शिकायतकरते हुए आरोप लगाया है कि  उसके पड़ोस में रहने वाले कपिल महरा व उसका साथी दुर्वासा उस वक्त उसके घर आए जब उसके परिजन काम पर चले गए थे ,घर मे अकेले रहने का फायदा उठाकर जबरन उसके साथ दुरचा किया ,और मामले की जानकरी किसी और को देने पर जान से मारने की धमकी भी दी गई। मामले की शिकायत करने नाबालिग अपने परिजनो के साथ अमरकंटक थाने पहुची जहां उसकी शिकायत सुनने की बजाय उसे थाने से उल्टे पाव वापस लौटा दिया गया, उसकी किसी ने फरियाद नही सुनी ,जिससे नाराज नाबालिग के परिजनों ने न्याय की गुहार लगाने शहडोल रेंज के ADGP कार्यालय पहुचे ।
75 लाख रुपए दो, तब खाली करूँगा दुकान
जेल से छूटने के बाद सूदखोर फिर लोगो को करने लगा परेशान ,पुलिस अधीक्षक से शिकायत
शहडोल । साहब सूदखोर ने मेरी दुकान किराए पर ली थी लेकिन अब जब मैं उससे अपनी दुकान खाली करने को कह रहा हूं तो वह मुझे अपनी दुकान खाली करने के एवज में यह कहकर 75 लाख रुपए मांग रहा है कि उसने इतने रुपए का फर्नीचर दुकान में बनवाया है। साथ ही मुझे सूदखोर व उसके भतीजे द्वारा जान से मारने के धमकी दी जा रही है। उक्ताशय का आरोप लगाते हुए पुलिस अधीक्षक के नाम संबोधित एक लिखित शिकायत वार्ड नम्बर 19 थाना धनपुरी निवासी अब्दुल रशीद द्वारा की गई है। शिकायत मे फरियादी द्वारा उल्लेखित व आरोपित किया गया है कि उसकी धनपुरी वार्ड क्रमांक खैरहा रोड में आराजी भूमि है ,जिसका खसरा नम्बर 127/2/क/1 है । जिस पर 20 फिट चौड़ी व 65 फिट लंबी दुकान उसने बनवाई थी। जिसे धनपुरी के सूदखोर मुनव्वर अली द्वारा किराए पर लेकर वहां कपड़े की दुकान खोली गई है। पूर्व में मुझे मुनव्वर अली द्वारा दुकान का प्रति माह किराया दिया जाता रहा है। लेकिन लॉक डाउन के बाद से उसने मुझे किराया देना बंद कर दिया। इस बीच वह सूदखोरी के आरोप में जेल चला गया । किराया न मिलने से मुझे आर्थिक संकट भी उत्त्पन्न हो गया ।इसी बीच मुझे पैरालाइसिस अटैक आ गया तथा डायबिटीज का मरीज होने के कारण मेंरे आंखों में भी काफी कम दिखाई देने लगा । बीमारी के इलाज के लिए मैने आर्थिक तंगी के कारण मुनव्वर अली से 2 लाख 81 हजार 250 रुपए उधार लिए। जिसका ब्याज वह दुकान के किराए में काटना शुरू कर दिया। किसी तरह मैन बैंक से लोन लेकर व एलआईसी की पॉलिसी से पैसे एकत्र कर मुनव्वर का सारा कर्ज अदा कर दिया।
ब्याज व फर्नीचर के मांग रहा पौने एक करोड़
अब जब वह जेल से छूट गया है तो मैंने उससे अपनी दुकान खाली करने को कहा तो वह यह कह रहा है कि तुम्हे जो पैसे मैन उधार दिए थे उसका ब्याज और दुकान के फर्नीचर में मैने कुल मिलाकर 75 लाख रुपए लगाए है। मुझे इतना पैसा चाहिए,तभी दुकान खाली करूँगा । सूदखोर मुनव्वर अली ने दुकान खाली करने की बात पर मुंह अपने बड़े भाई मुबारक मास्टर के घर बीते 26 मॉर्च को बुलवाया।जहाँ उसने मुझसे फिर 75 लाख रुपए देने की बात कही। इतना ही नही मुनव्वर अली व उसके भतीजे साहिल उर्फ राजा द्वारा मुझे डराया धमकाया गया व जान से मारने की धमकी तक दी गयी ।पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है ।
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