पटना। बिहार में एक बार फिर नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। वह आठवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बने हैं। उनके साथ राजद नेता तेजस्वी यादव ने उप-मुख्यमंत्री के रुप में शपथ ली। राजभवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल फागू चौहान ने दोनों नेताओं को पद और गोपनीयता की शपथ दिलवाई। इस दौरान जनता दल यूनाइटेड और राष्ट्रीय जनता दल के अधिकांश बड़े नेता मौजूद रहे। पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, जीतनराम मांझी, तेज प्रताप शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। आज सिर्फ नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने ही शपथ ग्रहण की है। अगले दिनों में नीतीश कुमार अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे। आपको बता दें कि मंगलवार को नीतीश कुमार ने एनडीए से अपना नाता तोड़ लिया था। इसके बाद उन्होंने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया था। शाम को उन्हें जदयू, राजद और कांग्रेस गठबंधन का नेता चुना गया। इसके बाद 160 से ज्यादा विधायकों का समर्थन लेकर नीतीश ने राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश किया था। 2020 में नीतीश कुमार ने एनडीए में रहते हुए चुनाव लड़ा था। उस समय नीतीश कुमार को सिर्फ 43 सीटें ही मिली थी। बावजूद इसके भाजपा ने उन्हें मुख्यमंत्री बनाया था। हालांकि, दोनों दलों के बीच रिश्तो में लगातार टकराव की खबर थी। इसके बाद आखिरकार यह रिश्ता खत्म हो गया। जदयू का आरोप है कि भाजपा ने उनकी पार्टी को कमजोर करने की कोशिश की थी। इससे पहले जब महागठबंधन के नेताओं की बैठक हुई थी, तो उस दौरान नीतीश कुमार ने कहा था कि 2017 में जो कुछ हुआ उसे भूल जाइए और अपने अध्याय शुरू करते हैं। दरअसल, 2017 में भी नीतीश कुमार पाला बदल चुके हैं। उस समय उन्होंने राजद का साथ छोड़ा था और भाजपा के साथ मिलकर सरकार बना ली थी। नीतीश और जदयू के आरोपों पर सुशील मोदी ने जवाब देते हुए कहा कि भाजपा किसी को नहीं तोड़ती है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने आज तक किसी को धोखा नहीं दिया है। हमने नीतीश को एक बार नहीं 5 बार बिहार का मुख्यमंत्री बनाया। 17 साल का हमारा संबंध था, लेकिन आपने दोनों बार एक झटके में तोड़ दिया।
नीतीश कुमार ने 8वीं बार ली सीएम पद की शपथ, डीप्टी सीएम बने तेजस्वी
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