नई दिल्ली। भाजपा की नफरत की राजनीति ने मणिपुर को जला दिया है और हिंसा के चक्र को खत्म करने के लिए वहां एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजा जाना चाहिए। भाजपा की नफरत की राजनीति ने मणिपुर को 40 से अधिक दिनों तक जलाए रखा, जिसमें 100 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। पीएम भारत को विफल कर चुके हैं और पूरी तरह से चुप हैं। आइए, इस नफरत का बाजार को बंद करें और मणिपुर में हर दिल में मोहब्बत की दुकान खोलें।कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया। वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी पूर्वोत्तर राज्य की स्थिति को चिंताजनक बताते हुए कहा कि मणिपुर की स्थिति बहुत ही चिंताजनक है और यह देखना बेहद निराशाजनक है कि केंद्र सरकार मणिपुर के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और शांति की बहाली के लिए तत्काल उपाय नहीं कर रही है।कांग्रेस नेताओं की यह टिप्पणी पूर्वोत्तर राज्य में ताजा हिंसा की खबरों के बाद आई है, जो इस साल 3 मई से जल रहा है। हिंसा में राज्य में 100 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। इसके अलावा हजारों की संख्या में लोग अपने घरों को छोड़कर 349 से अधिक राहत शिविरों में रहने को मजबूर हैं। पूर्वी इंफाल जिले के खमेलोक गांव में मंगलवार देर रात संदिग्ध आतंकवादियों के हमले में कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई थी और 23 अन्य घायल हो गए थे। अधिकारियों ने कहा था कि मरने वालों की संख्या बढ़ने की संभावना है, क्योंकि कई घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
नफरत की राजनीति ने मणिपुर को 40 दिनों तक जलाए रखा: राहुल गांधी
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