छत्तीसगढ़ मे चुनावी वर्ष मे फिर तेज हुई घटनायें, 50 किलो विस्फोटक से उड़ाई गाड़ी
दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में बुधवार को नक्सली हमले में 10 पुलिसकर्मी शहीद हो गए। ये जवान डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड यूनिट के थे। इनके अलावा इनकी गाड़ी के ड्राइवर की भी हमले में मौत हुई है। इनकी टीम बारिश में फंसे सुरक्षा बलों को रेस्क्यू करने जा रही थी। इसी दौरान नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट में पुलिसकर्मियों का वाहन उड़ा दिया। जानकारी के अनुसार 50 किलो विस्फोटक से ब्लास्ट किया गया। बस्तर के आईजी सुंदरराज पी ने 20 अप्रैल को कहा था- हर साल गर्मी के मौसम में नक्सलियों की हिंसक घटनाएं बढ़ जाती है, सुरक्षा बलों पर हमला करना और हिंसात्मक गतिविधियां की जाती हैं। 2022 में नक्सली कोई बड़ी घटना को अंजाम नहीं दे पाए, 2023 में भी हम उनकी साजिश को नाकाम करेंगे।
हमला दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर थाना क्षेत्र में अरनपुर-समेली के बीच हुआ। सूत्रों के मुताबिक यहां पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। इसी दौरान नक्सलियों ने वाहन पर बम भी फेंका। नक्सली हमले में शहीद होने वालों में प्रधान आरक्षक जोगा सोढ़ी, मुन्ना राम कड़ती, संतोष तामो, नव आरक्षक दुल्गो मण्डावी, लखमू मरकाम, नव आरक्षक जोगा कवासी, नव आरक्षक हरिराम मण्डावी, गोपनीय सैनिक राजू राम करटम, जयराम पोडिय़ाम जगदीश कवासी और गाड़ी के ड्राइवर धनीराम यादव शामिल हैं।
नक्सलियों के हमले के लिए चल रहा कैंपेन
बस्तर में नक्सलियों का टीसीआीसी (टैक्टिकल काउंटर अफेंसिव कैंपेन) चल रहा है। नक्सली इस दौरान अक्सर कई बड़ी घटनाओं को अंजाम देते हैं। टीसीआीसी को देखते हुए फोर्स भी अलर्ट मोड पर है। बस्तर के सभी जिलों में जवानों को सर्चिंग के लिए भेजा जा रहा है। 5 दिन पहले सुकमा जिले में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों का कैंप ध्वस्त कर दिया था। भारी मात्रा में विस्फोटक समेत नक्सलियों के दैनिक उपयोग का सामान बरामद किया गया था। बताया जा रहा है कि इस कैंप में करीब 25 से 30 की संख्या में नक्सली मौजूद थे। जवानों के आने की खबर मिलते ही सभी नक्सली भाग गए।
पीएम-सीएम ने दुख जताया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- दंतेवाड़ा में छत्तीसगढ़ पुलिस पर हुए हमले की कड़ी निंदा करता हूं। हम हमले में शहीद हुए बहादुर जवानों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। उनके बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हमले पर दुख जताया है। कहा- शहीदों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। नक्सलियों को बख्शा नहीं जाएगा। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को हर संभव सहायता देने की बात कही है।
2 साल पहले 22 जवान हुए थे शहीद
3 अप्रैल 2021 को बीजापुर जिले के तर्रेम थाना क्षेत्र के टेकलगुड़ा में हुई मुठभेड़ में 22 जवान शहीद और 35 से ज्यादा घायल हुए थे। इन पर 350 से 400 नक्सलियों ने हमला किया था। इनमें माओवादियों के बड़े कैडर्स के लीडर भी मौजूद थे। जवानों पर भारी मात्रा में बैरल ग्रेनेड लॉन्चर दागा गया था। साथ ही डीआरजी, सीआरपीएफ, कोबरा बटालियन के जवानों से हथियार भी लूट कर ले गए थे। कोबरा के एक जवान राकेश्वर सिंह मन्हास का अपहरण किया गया था। जवान के पास से भी हथियार लूट लिए थे। इस मुठभेड़ में नक्सलियों ने अपने टीसीओसी के दौरान वारदात को अंजाम दिया था। बाद में जवान राकेश्वर सिंह को नक्सलियों ने रिहा कर दिया था।