तो लॉकडाउन मे शामिल हो जायेंगे दवा विक्रेता
सरकार की उपेक्षा से नाराज संघ ने दिया अल्टीमेटम, कोरोना वरियर घोषित करने की मांग
उमरिया। दवा विक्रेता संघ ने राज्य शासन से जिले के समस्त दवा विक्रेताओं, फार्मासिस्टों व उनके स्टाफ को तत्काल कोरोना वारियर घोषित करने की मांग की है। संघ के जिला सचिव सुनील सिंह सोलंकी ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान जब सारी गतिविधियां बंद हैं, मेडिकल स्टोर्स के संचालक और कर्मचारी अपनी जान जोखिम मे डाल कर लगातार मानवहित मे अपनी सेवायें दे रहे हैं। लगातार मरीजों और उनके परिजनो से संपपर्क मे रहने के कारण प्रदेश मे अब तक कई लोग कोरोना से संक्रमित भी हो चुके हैं, जबकि 650 लोगों को अपनी जान भी गवानी पड़ी है परंतु सरकार उनकी सुध नहीं ले रही है। संघ का कहना है कि दवा विके्रताओंं का महत्व पत्रकार, डाक्टर, नर्स, हास्पिटल स्टाफ और सफाई कर्मचारियों से कम नही आंका जा सकता, किंतु अनेकानेक ज्ञापनों व अनुरोधों के बावजूद आज तक इस महत्वपूर्ण सेवा से जुड़े लोगों को कोविड वारियर घोषित नहीं किया गया है ना ही उन्हे वैक्सीनेशन मे प्राथमिकता प्रदान की गई है। मप्र सरकार की यह उपेक्षा निराशाजनक है और इससे दवा विक्रेताओं मे भारी रोष है।
इंजेक्शन तक नहीं मिले
दवा विक्रेता संघ के सचिव सुनील सिंह सोलंकी ने बताया कि सब कुछ दांव पर लगा कर मानव सेवा मे जुटे दवा विक्रेताओं की घोर उपेक्षा की जा रही है। इतना नहीं बीते दिनो जब कुछ विक्रेताओं के परिजन कोरोना संक्रमण से ग्रसित हो कर अस्पतालों मे भर्ती हुए तो उन्हे रेमेडेसीविर और टोसीजुमेव इंजेक्शन तक उपलब्ध नहीं कराये गये, जिससे कई लोगों की मौत हो गई।
हितों के संरक्षण को लेकर फैंसला
श्री सिंह ने बताया कि ऑल इंडिया आर्गनाईजेशन ऑफ केमिस्ट्स एण्ड ड्रगिसटस 9.40 लाख सदस्यों वाला संगठन है जिसने अपने सदस्यों के हितों के संरक्षण हेतु समस्त व्यापारियों के सांथ लॉकडाऊन मे शामिल होने का निर्णय लिया है। यदि सरकार ने शीघ्र ही दवा विक्रेताओं के हित मे यह कदम नहीं उठाया तो देश के सांथ ही उमरिया जिले के व्यापारी भी लॉकडाउन मे शामिल होने पर मजबूर होंगे। जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।
तो लॉकडाउन मे शामिल हो जायेंगे दवा विक्रेता
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