लाल चौक में कश्मीरी पंडित की निर्मम हत्या, लाल बाजार और बांदीपोरा में भी बहा खून
जम्मू। कश्मीर में आतंकियों ने मंगलवार को तीन अलग-अलग स्थानों पर तीन व्यक्तियों को मौत के घाट उतार दिया। श्रीनगर में लाल चौक पर आतंकियों ने मंगलवार शाम को हमला किया। इस हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई है। आतंकी हमले में जान गंवाने वाले व्यक्ति की पहचान कश्मीरी पंडित माखन लाल बिंदरू के रूप में हुई है। वहीं, आतंकियों ने लाल बाजार इलाके में एक गैर स्थानीय व्यक्ति को भी गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद तीसरा हमला बांदीपोरा के हाजिन में किया। जिसमें एक व्यक्ति की हत्या कर दी। उक्त तीनों इलाकों में हमलावरों की तलाश में अभियान चलाए जा रहे हैं। बता दें कि आतंकवादियों ने इकबाल पार्क के पास बिंदरू मेडिकेट के मालिक माखन लाल बिंदरू पर गोलियां चलाईं। घायल अवस्था में उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। पुलिस ने बताया कि इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और आतंकवादियों को पकड़ने के लिए तलाशी जारी है। इससे पहले 17 सितंबर को आतंकियों ने पुलिस में बतौर फॉलोवर काम कर रहे बंटू शर्मा को नजदीक से गोली मारकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया था। यह परिवार पिछले 30 वर्षों से अधिक समय से कश्मीर में रह रहा है। उप-राज्यपाल ने कहा कि बिंदरू मेडिकेट के मालिक माखन लाल बिंदरू पर हुए आतंकी हमले के बारे में सुनकर दुख हुआ। मैं इस कायराना हमले की कड़ी निंदा करता हूं। शोक संतप्त परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। दोषियों को जल्द ही न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाएगा। पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि बहुत दुखद खबर, बिंदरू बहुत दयालु आदमी थे। आतंकवाद के चरम के दौरान भी उन्होंने घाटी नहीं छोड़ी। मैं इस हत्या की निंदा करता हूं और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। वहीं महबूबा मुफ्ती ने कहा कि मैं हत्या की निंदा करती हूं। हिंसा की ऐसी हरकतों का समाज में कोई स्थान नहीं है। लाल बाजार और बांदीपोरा में दो हत्याएं, नब्बे के दशक में भी पैदा किए गए थे इसी तरह हालात
लाल बाजार में गैर स्थानीय विक्रेता की गोली मारकर हत्या
श्रीनगर में लाल चौक के बाद लाल बाजार में आतंकियों ने हमला किया। इस हमले में भेलपुरी बेचने वाले एक गैर स्थानीय व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान वीरेंद्र पासवान निवासी भागलपुर बिहार के रूप में हुई है।
हाजिन में नागरिक की गोली मारकर हत्या
तीसरे हमले में आतंकियों ने बांदीपोरा के हाजिन इलाके में मोहम्मद शफी पर फायरिंग की, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। आनन-फानन उसे अस्पताल ले जाया गया लेकिन भर्ती होने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया।
नब्बे के दशक में भी इसी तरह हालात पैदा किए गए थे
कश्मीरी पंडितों की घाटी में वापसी के प्रयासों और उनकी संपत्तियों से कब्जे हटाने की कवायद के बीच पाकिस्तान ने फिर 1990 जैसे हालात पैदा करने की साजिश रची है। लाल चौक में कश्मीरी पंडित बिंदरू को निशाना बनाकर हुआ हमला इसकी पुष्टि करता है। नब्बे के दशक में भी इसी तरह हालात पैदा किए गए थे, जिसके बाद कश्मीरी पंडितों को घाटी छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा था।
आईएसआई के इशारे पर हमलों को अंजाम दे रहे हैं आतंकी
सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान और उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई को यह रास नहीं आ रहा है कि सरकार ने कश्मीरी पंडितों की संपत्तियों से कब्जे हटाने का अभियान शुरू किया है। इसी के चलते पाकिस्तान ने आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और टीआरएफ (द रजिस्टेंस फ्रंट) को इस समाज को निशाना बनाने की जिम्मेदारी सौंपी है। पूरी साजिश लोगों में खौफ का वातावरण बनाने की है। इसी साजिश के तहत पिछले कुछ दिनों से कश्मीरी पंडितों पर आतंकियों ने हमले तेज किए हैं।