तहसीलदार ने पटवारी हलकों का भ्रमण कर हितग्राहियों का कराया केवाईसी

उमरिया। शासन के निर्देशानुसार पीएम किसान सम्मान निधि पाने वाले प्रत्येक पात्र हितग्राही को जुलाई तक केवाईसी करवाना अनिवार्य है अन्यथा प्राप्त होने वाली आगामी किश्त नही मिलेगी। इस हेतु क्षेत्र मे व्यापक प्रचार-प्रसार कराने के बाद तहसील करकेली के तहसीलदार आशीष चतुर्वेदी द्वारा पटवारी हलकों का निरीक्षण किया गया, निरीक्षण के दौरान ग्राम सिलौड़ी, महुरी, कौडिया, घुलघुली, नरवार ग्रामों के भ्रमण मे संबंधित पटवारी अपने मुख्यालय ग्राम मे उपस्थित मिले। क्षेत्र मे कृषकों का ईकेवायसी अपने समक्ष मे करवाया गया तथा शेष कृषकों का ईकेवायसी शीघ्र कराने निर्देशित किया गया। इसके साथ ही तहसीलदार द्वारा घुलघुली मे शासकीय उचित मूल्य की दुकान मे खाद्यान्न वितरण का निरीक्षण किया गया। ग्राम पंचायत घुलघुली मे कैंप कोर्ट लगाकर राजस्व संबंधी 57 प्रकरणों मे आदेश पारित किया गया जिसमे से सीमांकन के 21, नामांतरण के 10, बटवारा के 3, नक्शा तरमीम के 20, आरबीसी के 3 प्रकरणों का अंतिम निराकरण किया गया है।

बीते 24 घंटे मे 97.6 मिमी वर्षा रिकार्ड
उमरिया। अधीक्षक भू अभिलेख ने बताया कि बीते 24 घंटे मे 97.6 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई है जिसमें बांधवगढ़ मे 19.2 मिमी, मानपुर मे 4.2 मिमी, पाली तहसील मे 21.2 मिमी, नौरोजाबाद तहसील मे 48.6 मिमी एवं चंदिया तहसील मे 4.4 मिमी वर्षा शामिल है। इसी तरह जिले मे 1 जून से लेकर 22 जुलाई तक जिले मे कुल 72.6 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई है जिसमें बांधवगढ़ तहसील मे 16.2 मिमी, मानपुर तहसील मे 15.6 मिमी, पाली तहसील मे 40.8 मिमी वर्षा शामिल है।

जिला शिक्षा अधिकारी ने विभिन्न विद्यालयों का किया निरीक्षण
उमरिया। जिला शिक्षा अधिकारी उमेश कुमार धुर्वे, अतिरिक्त जिला परियोजना अधिकारी रमसा रमेश सिंह धुर्वे के द्वारा शासकीय उमावि बालक चंदिया, कन्या चंदिया, कौडिया, अखडार, बिलासपुर एवं शासकीय प्राथमिक शाला बौलीटोला , शासकीय उमावि बालक कालरी उमरिया एवं कन्या उमरिया का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान शासकीय उमावि कौडिया मे वेद प्रकाश चतुर्वेदी के द्वारा गणित विषय का 3.30 बजे शत प्रतिशत उपस्थिति के साथ अध्यापन कार्य कराते हुये पाये गये। शासकीय प्राथमिक शाला बौली टोला दोपहर 2.55 बजे बंद पायी गयी एवं शासकीय उमावि बालक चंदिया मे विद्यार्थियों की उपस्थिति अत्यन्त न्यून पायी गयी, जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा निरीक्षण के दौरान संबंधित प्राचार्यों को निर्देश दिये गये। प्राचार्य द्वारा समय विभाग चक्र बनाकर नियमित रूप से कक्षावार, विषयवार कालखण्डवार अध्ययन-अध्यापन कार्य कराये जावे।

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