तस्करों के पास मिले जिंदा कारतूस और नशे की दवा
बांधवभूमि, उमरिया
पुलिस ने नशीली वस्तुओं के कारोबार मे संलिप्त तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से भारी मात्रा मे प्रतिबंधित मादक पदार्थ और जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं। जानकारी के अनुसार गुरूवार के दिन जिले की नौरोजाबाद पुलिस को मुखबिर से खबर मिली कि एक नीले रंग की बलेनो कार नंबर एमपी 18 सीए1389 मे कुछ लोग नशीले पदार्थो की खेप लेकर उमरिया की ओर जा रहे है। जिस पर पुलिस बल तत्काल कार्यवाही हेतु रवाना हुआ। बताया गया है कि पठारी बैरियर के पास एक तरफ पुलिस और दूसरे तरफ रेल्वे फाटक बंद होने के कारण कार चालक ने वाहन को पठारी ग्राम की सडक़ पर ले लिया। इतना ही नहीं भागने के प्रयास मे ड्राईवर ने 100 डायल वाहन को टक्कर मार दी, अंतत: पुलिस टीम द्वारा घेराबंदी कर आरोपियों को दबोच लिया गया। बदमाशों के नाम शिवम राव पिता रामनरेश 31, सौरभ तिवारी पिता राकेश तिवारी 28 एवं दीपक त्रिपाठी पिता सतेन्द्र त्रिपाठी 37 सभी निवासी जयसिंहनगर जिला शहडोल हैं। वाहन की तलाशी लेने पर 4 कार्टून मिले, जिनमे 480 शीशी विंग्स बायोटेक ओनेरेक्स सिरप रखी हुई थी। सूत्रों के मुताबिक यह एक प्रतिबंधित दवा है, जिसका इस्तेमाल नशे के लिये किया जाता है। सांथ ही आरोपियों के कब्जे से एक देशी कट्टा, 3 नग जिंदा कारतूस, 2 नग खाली कारतूस तथा 5 मोबाइल भी मिले हैं। पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार सिन्हा ने बताया कि आरोपियों के विरूद्ध धारा 8/21, 22 एनडीपीएस एक्ट, औषधी नियंत्रण अधिनियम की धारा 13, 279 एवं 25/27 आम्र्स एक्ट का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना शुरू की गई है। प्रकरण मे अन्य किसी व्यक्ति की संलिप्तता पाये जाने पर उसके विरूद्ध विधिसंगत कार्यवाही की जायेगी।इस उपलब्धि मे उप निरीक्षक रसिया साकेत, भूपेन्द्र पंत, नीतेश सिंह, सउनि शैलेन्द्र सिंह, सउनि दिनेश पाण्डेय, प्रआर दादूराम यादव, लखन सिंह, आरक्षक नीलेश सिंह, गौरव तिवारी, अनिल, आशीष गवले, दामोदर तिवारी की महत्वपूर्ण भूमिका थी।
पकड़ा गया एक और वारंटी
बांधवभूमि, उमरिया
पुलिस अधीक्षक उमरिया प्रमोद कुमार सिन्हा के निर्देशन, एएसपी प्रतिपाल सिंह तथा एसडीओपी नागेन्द्र प्रताप सिंह के मार्गदर्शन मे एक और फरार वारंटी को गिरफ्तार किया गया है। बताया गया है कि संतोष गुप्ता पिता भोला गुप्ता निवासी ग्राम बरही थाना नौरोजाबाद काफी समय से फरार रह कर छिपता फिर रहा था। जिसे विगत दिनो पकड़ कर न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया गया है। इस कार्यवाही मे प्रआर कामता सिंह एवं लखन पटेल का विशेष योगदान था।