व्यथित मां ने न्याय दिलाने लगाई गुहार, एसपी को की लिखित शिकायत
बिरसिंहपुर पाली/तपस गुप्ता। स्थानीय एमपीईबी कालोनी निवासी एक महिला ने अस्पताल मे पदस्थ डाक्टरों पर बेटे की जान लेने का आरोप लगाया है। श्रीमती उर्मिला शर्मा पति कमलेश शर्मा 54 निवासी मंगठार, तहसील पाली ने कल पुलिस अधीक्षक वीके शाहवाल के समक्ष लिखित शिकायत प्रस्तुत कर बताया कि उसके इकलौते पुत्र पंकज शर्मा 33 की तबियत खराब होने पर उसे मंगठार स्थित अस्पताल मे भर्ती कराया गया था। जहां पदस्थ डा. शुभम रैकवार एवं डॉ सक्सेना पंकज को बिना सोचे-समझे व टेस्ट कराये इंजेक्शन और दवाईयां देते रहे, जिससे उसकी हालत खराब होती चली गई। करीब 5 दिन तक अस्पताल मे रहने के बाद युवक की मौत हो गई। मृतक की मां उर्मिला व बहन दीपांजली शर्मा का आरोप है कि डाक्टरों ने परिवार को अंधेरे मे रखा तथा मरीज को मनमाने तौर पर दवाईयां देते रहे। जिनके रियेक्शन और ओवरडोज की वजह से जवान बेटे की जान चली गई। पीडि़त परिवार ने एसपी से न्याय की गुहार लगाते हुए आरोपी डाक्टरों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की है।
पति के बाद बेटे ने भी सांथ छोड़ा
गौरतलब है कि उर्मिला के पति कमलेश शर्मा एमपीईबी मंगठार मे पदस्थ थे। जिनका विगत अक्टूबर मे ही किडनी की बीमारी से निधन हो गया था। जिसके बाद इकलौते बेटे की भी डाक्टरों की लापरवाही से मौत हो गई। केवल एक महीने के अंदर ही पति के बाद इस तरह बेटे द्वारा सांथ छोडऩे से पूरा परिवार सदमे मे है। महिला का कहना है कि यदि झूठी तसल्ली देने की बजाय डाक्टर समय रहते बेटे को कहीं और ले जाने की सलाह देते तो शायद उसकी जान बच सकती थी।