ठंड से बचाने मैया को ओढ़ाई गर्म शाल

उमड़ रही मां बिरासिनी के भक्तों की भावनाएं, जिले मे शीत लहर और कोहरे का प्रकोप
बांधवभूमि, उमरिया
जिले मे एक बार फिर ठंड सितम ढाने लगी है। इससे लोग खुद परेशान तो हैं ही, परिवार के बच्चों और बड़े बुजुर्गों को शीतलहर से बचाने की कोशिश कर रहे हैं। इधर पाली के भक्तों की भावनाएं मां बिरासिनी के लिए उमड़ रहीं हैं। मंदिर मे बिराजी मैया को गर्म कपड़ों से ढंका जा रहा है ताकि उन्हें किसी प्रकार की दिक्कत महसूस न हो। मां बिरासिनी शक्तिपीठ के पुजारी गोपाल पंडा ने बताया कि जिस प्रकार हम इंसानों को ठंड लगती है, उसी प्रकार माता रानी को भी मौसम का परिवर्तन महसूस होता है। इसके लिए शाम के समय उन्हें शाल से ढंक दिया जाता है। उनके मुताबिक यह कोई नई बात नहीं है, वर्षों से सर्दी मे महाकाली को सर्दी से बचाने की कवायद की जाती है। उल्लेखनीय है पाली की माता बिरासिनी देश भर मे सुखकारिणी और दुखहरिणी के रूप जानी जाती हैं। उनके दर्शनों और आशीर्वाद की आकांक्षा मे प्रति वर्ष हजारों लोग यहां पहुंचते हैं।
मंगलवार को लुढ़क कर 6.9 हुआ पारा
बीते कुछ दिनों से आसमान मे छाए बादलों की वजह से ठंड एकदम गायब सी हो गई थी। किसान भी इसे लेकर काफी चिंतित थे। उनका कहना था कि गेहूं की फसल के लिए यह मौसम नुकसान दायक है, परंतु अचानक सर्दी एकदम से बढ़ गई। जिले मे मंगलवार को पारा अचानक गिर कर 6.9 डिग्री पर जा पहुंचा। वहीं अधिकतम तापमान 21 डिग्री दर्ज किया गया। हलांकि पिछले महीने ठंड का आंकड़ा 5.5 डिग्री तक पहुंच गया था।
पाले के खतरे से घबराए किसान
ठंड के सांथ कोहरे के प्रकोप के बीच अब पाले का खतरा किसानों के माथे पर पसीना ला रहा है। गौरतलब है कि ठंड और कोहरा गेहूं की फसल के लिए तो मुफीद है, पर सोयाबीन, मसूर, अरहर, बटरी आदि के लिए बेहद घातक है। कुछ वर्ष पहले पाले से हजारों किसानों को भारी नुकसान हुआ था। अगर यही हाल रहा तो उनके सामने नई मुसीबत खड़ी हो सकती है।
शाम होते ही पसर रहा सन्नाटा
उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवाओं के कारण जिले मे एक बार फिर पड़ रही कड़कड़ाती ठंड से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। वहीं कोहरे ने भी कोहराम मचा रखा है। भीषण सर्दी लोगों को देर सुबह तक बिस्तर मे दुबकने के लिए मजबूर कर रही है। दिन की धूप और गर्म कपडों का प्रयोग भी इससे राहत दिलाने मे नाकाम साबित हो रहा है। दूरस्थ व समीपी गांवों से खरीददारी तथा अन्य कार्यों से जिला मुख्यालय आये ग्रामीण शाम से पहले ही अपने घरों की ओर रवाना होने लगते हैं ताकि समय पर पहुंच कर सुरक्षित हो जाया जाय। वहीं देर रात तक खुलने वाले बाजार अब 8 बजे से ही सिमटने लगते हैं। 9 बजते-बजते शहर के मुख्य मार्गों पर सन्नाटा छा जाता है।
अब प्रात: 9 बजे से संचालित होगे कक्षा आठवीं तक के विद्यालय
कलेक्टर डॉ. कृष्णदेव त्रिपाठी ने बताया कि उमरिया जिले मे शीत ऋतु के प्रभाव से तापमान मे आयी लगातार गिरावट तथा शीत लहर, कोहरा एवं अत्यधिक सर्दी होने के कारण उमरिया जिला अंतर्गत शैक्षणिक संस्थाओं मे अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पडऩे की संभावना को दृष्टिगत रखते हुये उमरिया जिला अंतर्गत की समस्त शासकीय, अशासकीय, केन्द्रीय विद्यालय, जवाहर नवोदय विद्यालय, सी.बी.एस.ई. एवं अन्य मान्यता प्राप्त समस्त शालायें जिनका संचालन प्रथम पाली अर्थात प्रात: 7 बजे से किया जा रहा है उन विद्यालयों का शाला संचालन समय कक्षा 8वीं तक के लिये आगामी आदेश तक प्रात: 9 बजे से किया गया है। कक्षा 9 से 12 तक के विद्यालयों में जहाँ अद्र्धवार्षिक परीक्षा संचालित है उनके लिये यह आदेश 12 जनवरी 2023 से लागू होगा। यह आदेश तत्काल प्रभाव से प्रभावशील हो गया है।

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