ट्रांसफार्मर नहीं तो वैक्सीनेशन नहीं
बिजली विभाग की लापरवाही से परेशान ग्रामीणो ने दिया अल्टीमेटम
उमरिया। एक ओर जहां पूरा प्रशासन कोरोना की संभावित तीसरी लहर से जनता को बचाने के लिये जिले मे शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन का लक्ष्य पूरा करने मे जुटा हुआ है, तो दूसरी ओर ग्रामीण अंचलों मे महीनो से जले ट्रांसफार्मर असंतोष को हवा दे रहे हैं। कई गावों मे लोग इसे लेकर खुद को खतरे मे डालने से भी परहेज नहीं कर रहे। वैक्सीनेशन महाअभियान के पहले दिन बांधवभूमि की टीम ने चंदिया तहसील के कौडिय़ा, अखड़ार तथा आसपास के कई गावों का दौरा किया तो यह परेशानी और नाराजगी साफ नजर आई। कई ग्रामीणो ने तो यहां तक कह दिया कि वे टीका इसलिये नहीं लगवा रहे क्योंकि बिजली विभाग उनके गांव का ट्रांसफार्मर नहीं बदल रहा है। जब फसल ही नहीं रहेगी तो भूखे मरना तय है। फिर कोरोना से ही मौत अच्छी। उनका साफ कहना है कि पहले ट्रांसफार्मर बदले जांय तभी टीका लगवाया जायेगा।
महीनो से काट रहे चक्कर
बताया गया है कि जिले की दोनो विधानसभाओं मे दर्जनो ट्रांसफार्मर महीनो से जले पड़े हैं। इन्हे बदलने के लिये विगत दिनो कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव द्वारा विद्युत विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर समय सीमा तय की गई थी, परंतु अभी तक कोई भी कार्यवाही नहीं हुई है। जानकारी के मुताबिक करकेली जनपद के (चंदिया) कौडिया के कुदरी टोला, सलैया, महुरी, महुआर टोला, भोड़सा, अखड़ार, तेंदुआ, सिलौड़ी तथा मानपुर जनपद के चंसुरा, मुडुगुड़ी सहित कई गावों मे लोग महीनो से ट्रांसफार्मर के लिये चक्कर काट रहे हैं।
ट्रांसफार्मर नहीं तो वैक्सीनेशन नहीं
Advertisements
Advertisements