घुनघुटी रेंज के कांचोदर से वापसी के रास्ते पर गजराज
उमरिया। अपने झुंड से बिछड़ा तीसरा हाथी वापस झुंड से मिल गया है और अब यह हाथी घुनघुटी रेंज के कांचोदर के जंगल मे जमे हुए हैं। यह वही स्थान है जहां से हाथी तुम्मी छोट तक पहुंच गए थे। पाली रेंजर रवि पांडेय का कहना है कि हाथी अपने रास्ते पर वापसी की दिशा मे कुछ आगे बढ़ गए हैं और कांचोदर के निकट जम गए हैं। संभावना है कि वे उस रास्ते पर वापस लौटेंगे जहां से उन्होंने उमरिया जिले की सीमा वाले जंगल मे प्रवेश किया था।
अनूपपुर से आए हाथी
यह हाथी अनूपपुर वन मंडल के अहिरगंवा रेंज से उमरिया वन मंडल के पाली रेंज मे पहुंच गए थे। तीन के झुंड मे इन हाथियों मे से एक हाथी बिछड़ गया था। यह पहले यह अनुमान लगाया जा रहा था कि तीसरा हाथी संभवत: वापस अनूपपुर वन मंडल के अहिरगवां रेंज मे पहुंच गया है, जबकि ऐसा नहीं हुआ था। वह हाथी आसपास ही था जो शनिवार की रात वापस अपने झुंड से जा मिला। यह तीनों हाथी दो दिन पहले पाली वन मंडल के बरहाई के जंगल मे विचरण कर रहे थे। वन विभाग के कर्मचारी इन हाथियों पर नजर जमाए हुए थे कि यह हाथी वापस अनूपपुर जिले मे प्रवेस करेंगे या फिर यह बांधवगढ़ की दिशा मे आगे बढ़ेंगे।
बना हुआ है खतरा
अनूपपुर जिले मे सक्रिय जंगली हाथियों के इस झुंड के उमरिया जिले के जंगल मे प्रवेश करने के बाद से यहां के गांवों मे खतरा बना हुआ है। पाली रेंज मे प्रवेश करने के बाद इन हाथियों ने ग्राम तुम्मी छोट मे दो घरों को नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया था। एक घर को तो इन हाथियों ने बुरी तरह से तोड़ डाला और अंदर घुसकर अनाज और खाने-पीने की दूसरी चीजें खा गए। हाथियों के आने का पहले से ही इल्म था परिणाम स्वरूप ग्रामीण अलर्ट थे, जिसकी वजह से फिलहाल कोई जनहानि नहीं हुई है।
यह है स्थिति
उमरिया जिले के बांधवगढ़ मे पहले ही चालीस से ज्यादा जंगली हाथी सक्रिय हैं जो अगल-अलग झुंड में जंगल मे विचरण करते हैं। यह हाथी तीन से ज्यादा समय से बांधवगढ़ मे सक्रिय हैं। हालांकि जो हाथी बांधवगढ़ मे सक्रिय हैं वे छत्तीसगढ़ से जनकपुर, शहडोल होते हुए सीधे बांधवगढ़ पहुंचे थे। जबकि यह तीन हाथी अनूपपुर होते हुए यहां पहुंचे हैं। दो साल पहले भी अनूपपुर की दिशा से कुछ हाथी यहां आए थे जो कुछ दिन ठहरने के बाद वापस लौट गए थे।
निगरानी कर रहा विभाग
वन विभाग के पास हाथियों की निगरानी करने के अलावा कोई दूसरा समाधान नहीं है। इसके साथ ही ग्रामीणों को सावधान रहने के लिए कहा जा रहा है। रेंजर रवि पांडे ने बताया कि वन विभाग के कर्मचारी लगातार हाथियों पर नजर जमाए हुए हैं और उनके हर मूवमेंट की जानकारी लगातार ली जा रही है। ग्रामीणों से सावधान रहने के लिए कहा गया है ताकि किसी भी तरह का कोई बड़ा हादसा नहीं हो।
झुंड से बिछड़ा हांथी मिला
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