जिले मे बढ़ा डेंगू-मलेरिया का खतरा

जिले मे बढ़ा डेंगू-मलेरिया का खतरा
गर्मी से पनप रही मौसमी बीमारियां, कलेक्टर ने कहा-जरूरी कदम उठायें अधिकारी
उमरिया। कोरोना के तीसरी लहर की सुगबुगाहट के बीच जिले मे जानलेवा डेंगू और मलेरिया के बढ़ते खतरे ने प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को चिंता मे डाल दिया है। स्थिति को भांपते हुए कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने इस संबंध मे मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सहित समस्त मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिये हैं। इनमे गांव-गांव सर्वे कराने और अस्पतालों मे इंतजाम बेहतर रखने से लेकर शहरी क्षेत्रों मे नियमित रूप से फागिंग, साफ-सफाई और कीटनाशकों का छिड़काव आदि करने की बात कही गई है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश के अनेक शहरों मे डेंगू और मलेरिया का प्रकोप शुरू हो गया है। जिले मे भी कई मरीजों मे इसी तरह के लक्षण दिखाई दिये हैं। सूत्रों के मुताबिक ऐसे लोग उमरिया की बजाय बड़े शहरों मे अपना इलाज करा रहे हैं।
तत्काल खाली करें रूका हुआ पानी
बारिश के रूकने और उमस भरी गर्मी ने खतरनाक बीमारियों को पनपने का मौका दे दिया है। स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों से कहा है कि बारिश मे जमा हुए अथवा बासी पानी मे ही डेंगू के मच्छर पनपते हैं, अत: कूलरों, टायरों, टंकियों, नालियों आदि मे जमा पानी को तत्काल खाली कर दें। हाफ की बजाय फुल कपड़े पहनें सांथ ही डेंगू और मलेरिया के लक्षण दिखते ही तत्काल अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पहुंच कर चिकित्सकों से संपर्क करें।
हर बुखार नहीं होता डेंगू
डेंगू का बुखार बेहद खतरनाक और जानलेवा हो सकता है। इसमे प्लेटलेट्स कम हो जाते हैं। हलांकि हर प्रकार का बुखार डेंगू नहीं होता। इसलिये इसकी जांच जरूरी है। विशेषज्ञों के मुताबिक डेंगू मादा एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने से होता है। इन मच्छरों के शरीर पर चीते जैसी धारियां होती हैं। ये खास कर सुबह काटते हैं। डेंगू बरसात के मौसम और उसके फौरन बाद यानी जुलाई से अक्टूबर के बीच सबसे ज्यादा फैलता है। मच्छर के काटे जाने के करीब 35 दिनों के बाद मरीज मे डेंगू बुखार के लक्षण दिखने लगते हैं। शरीर मे बीमारी पनपने की मियाद 3 से 10 दिनों की भी हो सकती है।
डेंगू के लक्षण
ठंड लगने के बाद अचानक तेज बुखार होता है
सिर, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द होता है
आंखों के पिछले हिस्से मे दर्द शुरू होता है
बहुत ज्यादा कमजोरी लगना,भूख न लगना, जी मितलाना और मुंह का स्वाद खराब होना
गले मे हल्का सा दर्द होना
शरीर खासकर चेहरे, गर्दन और छाती पर लालगुलाबी रंग के रैशेज होना
सर्वे मे जुटी स्वास्थ्य विभाग की टीम
स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार लारवा सर्वे कर रही है। सांथ ही नागरिकों को रूका हुआ पानी बहाने की समझाईश दी जा रही है। टीम को घरों मे रखे पुराने टायर, खुली बोतलें या ऐसे सामान जिनमे पानी जमा है, को अपने सामने नष्ट कराने के निर्देश दिये गये हैं।
आरके मेहरा
सीएमएचओ, उमरिया

 

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