जगह-जगह कचरे के ढेर, बजबजाती नालियां
गंदगी से सराबोर हुआ शहर, सरकारी पैसों की लूट मे जुटे अधिकारी
उमरिया। नगर की सफाई व्यवस्था इन दिनो बुरी तरह चरमराई हुई है, जिससे लोगों का जीना मुहाल हो गया है। आलम यह है कि हर वार्ड मेे कचरे और कूड़े-करकट के ढेर और बजबजाती नालियां देखी जा सकती हैं। बढ़ते प्रदूषण के कारण शहर मे गंदगीजनित गंभीर बीमारियां फैलने का खतरा उत्पन्न हो गया है। यही हाल मुख्य बाजार का है, जहां कई-कई दिनो तक घरों से निकला कचरा पसरा रहता है। कैम्प मोहल्ले की हालत तो सबसे ज्यादा बदतर है। नालियों की समुचित सफाई न होने के कारण घरों से निकला गंदा पानी सड़कों पर बह रहा है। होटल चंदेल के पीछे, मुनीम पेंटर के घर से लेकर शिव टॉकीज तक और अखाड़ा चौक के पास की नालियां करीब 4 महीनों से साफ नहीं की गई है। इसके अलावा वार्ड नंबर 2 लालपुर मे तो मई मोहल्लों मे नाली है ही नहीं। इस संबंध मे कई बार मुख्य नगर पालिका अधिकारी को अवगत कराया गया परंतु कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जनता की समस्याओं के निराकरण की बजाय अधिकारी केवल सरकारी पैसों की लूट मे व्यस्त हैं।
भ्रष्टाचार और घोटाले की भेंट चढ़ा स्वच्छता अभियान
नगर पालिका के अधिकारी उमरिया को इंदौर की तर्ज पर स्वच्छता मे नंबर वन बनाने की डींग हांकते हैं परंतु वस्तुस्थिति कुछ और ही बयां करती है। हालत यह है कि पूरा शहर गंदगी से सराबोर हो चुका है, लोग परेशान हाल हैं और अधिकारी बैनरों और पोस्टरों मे स्वच्छता अभियान चला कर लाखों रूपये का वारा-न्यारा कर रहे हैं। दूसरी ओर निर्माण कार्यो पर करोड़ों रूपये खर्च करने के बावजूद शहर के अधिकांश हिस्सों मे पानी के निकासी की व्यवस्था तक नहीं हो पाई है।