जंगल से पकड़ कर लाया गया बाघ
मानपुर-ताला के बीच बफर क्षेत्र से हुआ रेस्क्यू, दर्जनो कर्मचारियों ने की मशक्कत
बांधवभूमि, रामाभिलाष त्रिपाठी
मानपुर। जिले के राष्ट्रीय उद्यान बांधवगढ़ से सटे इलाकों मे आतंक का पर्याय बन चुके शैतान बाघ को अंतत: पकड़ लिया गया है। मंगलवार को मानपुर और ताला के बीच बफर इलाके मे हुई रेस्क्यू कार्यवाही के बाद बाघ को ट्रैंक्युलाईज कर पार्क के बहेरहा इन्क्लोजर मे शिफ्ट कर दिया गया। गौरतलब है कि विगत कई महीनो से इस बाघ ने पनपथा तथा मानपुर बफर क्षेत्र मे हडकंप मचा रखा था। बाघ के हमले मे तीन लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। आये दिन हो रही घटनाओं के कारण स्थानीय ग्रामीणो के सांथ ही प्रबंधन भी परेशान हो चुका था। इसका मुख्य कारण लोगों द्वारा प्रबंधन की सलाह न मान कर जंगल मे जाना भी था। विगत मांह ऐसी ही घटना मे एक युवक की मौत के बाद ग्रामीणो का आक्रोष भडक़ उठा। मृतक के परजनो ने युवक की लाश रख कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। जिस पर प्रशासन तथा पार्क प्रबंधन ने बाघ को वहां से हटाने का आश्वासन दिया था। जिसके बाद से ही इसकी तलाश की जा रही थी। बताया गया है कि 72 कर्मचारियों और सात हाथियों के दल ने एड़ी-चोटी का जोर लगा कर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया।
खतरा अभी टला नहीं है
उधर टाईगर रिजर्व के उप संचालक लवित भारती का कहना है कि क्षेत्र के लोगों को अभी भी सतर्कता और सावधानी रखने की जरूरत है। मानपुर और ताला बफर के क्षेत्र मे कई बाघों का मूवमेंट है। सभी को जंगल से बाहर किया जाना संभव नहीं है। सूत्रों का दावा है कि बीते कुछ महीनो मे हुई मौतों के पीछे इस जंगल मे सक्रिय बाघो मे से कौन सा बाघ जिम्मेदार है, इसका सटीक अनुमान कोई नहीं लगा सकता। उप संचालक श्री भारती ने क्षेत्र के लोगों से अपील की है, कि वे पार्क द्वारा समय-समय पर जारी सुरक्षा अलर्ट व सूचनाओं का अवश्य पालन करें, अकेले जंगल की ओर न जांय। अन्यथा कभी भी कोई घटना हो सकती है।