मनेंद्रगढ़।छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर(MCB) जिले में बड़ा हादसा हो गया है। यहां नदी के पास छुई(कच्चे घर की पुताई करने की सफेद मिट्टी) खुदाई के दौरान मिट्टी धंस गई। जिसमें दबकर 4 लोगों की मौत हो गई है। इनमें 3 महिलाएं शामिल हैं। मामला खड़गवा थाना क्षेत्र का है।मिट्टी के अंदर काफी देर तक मजदूर दबे रह गए जिसके चलते उनकी मौत हो गई।जानकारी के मुताबिक, बंजारीडांड मौहारी पारा के लोहरिया नदी में मजदूर छुई मिट्टी की खुदाई कर रहे थे। इसी दौरान अचानक मिट्टी का बड़ा हिस्सा नीचे धंस गया। माना जा रहा था कि अंदर और भी लोग फंसे हो सकते हैं। इस वजह से जेसीबी से रेस्क्यू ऑपरेशन भी शुरू किया गया था। मगर किसी और के शव नहीं मिले हैं। जिसके बाद रेस्क्यू ऑपरेशन बंद कर दिया गया है।सूचना मिलने पर बैकुंठपुर विधायक अंबिका सिंहदेव भी मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का मुआयना की।घटना की सूचना के बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। वहीं इसकी खबर फैलते ही बैकुंठपुर विधायक अंबिका सिंहदेव भी घटनास्थल पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन को करीब से देखा। ऐसा कहा जा रहा है कि हादसा शाम 6 बजे के आस-पास हुआ है।मृतकों के शवों को जिला अस्पताल पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। ऐसा कहा जा रहा है कि ये लोग खुद ही खुदाई के लिए यहां पहुंचे थे। इसी दौरान हादसा हो गया है।उधर, घटना को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने दुख जताया है। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को पीड़ित परिवारों के हर संभव मदद के निर्देश दिए हैं।1-पूजा, पिता रन सिंह गोंड निवासी पोंटेडांड 2- रामसुंदर पिता रामदास, निवासी पोंटेडांड 3- मनमति पति शिवकुमार गोंड निवासी गड़तर 4-मीरा बाई पति अमर सिंह निवासी गड़तर
छुई खदान की मिट्टी में दबे लोगों को बाहर निकालकर ले जाते हुए रेस्क्यू टीम के लोग।
5 महीने पहले 6 की मौत हुई
5 महीने पहले बस्तर जिले में स्थित एक छुई खदान धंसने से वहां काम कर रहे 6 मजदूरों की दबने से मौत हो गई थी। मृतकों में 5 महिलाएं और 1 पुरुष शामिल थे। दो घायलों में एक 14 साल की लड़की भी शामिल थी। मलबे के नीचे कुछ और लोगों के दबे होने की आशंका के चलते रेस्क्यू टीम ने काफी देर तक मलबा हटाकर सर्चिंग अभियान चलाया था। मलबा हटाने के बाद वहां कोई और लोगों के नहीं दबे होने की पुष्टि होने के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन बंद किया गया था।
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