शहडोल/सोनू खान। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष आजाद बहादुर सिंह ने मध्य प्रदेश शासन से अपील की है कि वह चावल घोटाले की जांच सीबीआई से कराने का आग्रह केंद्र सरकार से करें। श्री ङ्क्षसह ने कहा है कि यह मामला अति संवेदनशील है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जब सुशांत ङ्क्षसह की आत्महत्या जैसे मामले पर सीबीआई से जांच करा सकती है तो मध्यप्रदेश में सड़ा चावल खिला कर हजारों गरीबों को मौत की गोद में सुलाने का जो कूट रचित अभियान चलाया गया उसकी जांच सीबीआई से कराना लाजमी है। उन्होंने कहा कि चावल बांटने के काम को प्रदेश में अच्छा खासा उद्योग बना लिया गया। चावल की खरीदी में धांधली, चावल के परिवहन में धांधली, चावल के वितरण में धांधली, चावल के गोदामीकरण में धांधली, यानि कदम- कदम पर गरीब के साथ ऐसा छल प्रपंच मध्यप्रदेश में ही संभव है। श्री आजाद ने कहा कि मध्यप्रदेश में कृत्रिम रूप से आॢथक संकट बनाया गया है। इसी पार्टी की केंद्र में सरकार है फिर भी यह उनसे अपने हक का पैसा ना लाकर कर्ज पर ऐश कर रही है। श्री ङ्क्षसह ने कहा कि मध्य प्रदेश की सरकार कर्ज और टैक्स पर जो पैसे लाती है वह भी गरीब तक नहीं पहुंचता। एक तरफ आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, आंगनवाड़ी में आने वाले बच्चों, किसानों, फुटपाथ पर रोजगार बसर करने वाले लोगों, यात्री बसों से लगे निचले स्टाफ के परिवारजनों के ऊपर आफत मंडरा रही है, लेकिन मध्य प्रदेश की सरकार ४२ करोड़ की लागत से उड़न खटोला लाकर वाहवाही लूट रही है ।यह कौन सा समाजवाद है,जिस जनता के वोट पर सरकार बनाने का दावा भाजपा ने किया वह लोक कल्याण से विमुख हो गई और अपनी पार्टी का कोष और अपना निजी कोष जुटाने में जी जान से लगी है। भाजपा की अनदेखी का ही नतीजा है कि मध्य प्रदेश का चावल घोटाला सर चढ़कर बोल रहा है। इसकी जांच पूरी गंभीरता से होनी चाहिए और सीबीआई से जांच करानी चाहिए।