चढऩे लगा मौसम का पारा
झुलसा देने वाली गर्मी से जनजीवन बेचैन, सीजन मे पहली बार 40 डिग्री हुआ तापमान
बांधवभूमि, उमरिया
कई दिनो तक आंधी-बारिश के कारण सर्द रहे मौसम का पारा अब चढऩे लगा है। बीते दो दिनो से तापमान 40 डिग्री के आसपास बना हुआ है। सीजन मे पहली बार 10 मई को गर्मी ने 40 के आंकड़े को छुआ। हलांकि कल याने 11 मई को जिले का तापमान 39 डिग्री दर्ज किया गया। आलम यह है कि सुबह से ही आसमान से आग बरस रही है। दिन चढ़ते ही चिलचिलाती धूप अपना असर दिखाना शुरू कर देती है। दोपहर मे गर्मी अपने चरम पर पहुंच जाती है। इस दौरान हवा न चलने के कारण बेचैनी बढ़ती जाती है। वैसे तो मई का महीना लू और तेज गर्मी के लिये जाना जाता है। इसकी शुरूआत अप्रेल के दूसरे पखवाड़े से हो जाती है, परंतु इस बार ऐसा नहीं हुआ। अप्रेल के लगभग पूरे महीने ओला, बारिश, आंधी का दौर चलता रहा। इतना ही नहीं मई का एक हफ्ता भी इसी मे चला गया। अब जैसे ही मौसम साफ हुआ, गर्मी अपने शबाब पर पहुंचती जा रही है।
बढ़ सकती है गर्मी
विशेषज्ञों का कहना है कि मौसम शुष्क हो चला है, अब तापमान धीरे-धीरे बढ़ेगा। जिससे गर्मी मे भी बढ़ोत्तरी होगी। मौसम विज्ञान के जानकारों का मानना है कि मौसम शुष्क रहने के बावजूद हवाओं की रफ्तार से तापमान उछाल नहीं मार पाया है। पिछले 24 घण्टों के दौरान नगर का अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस रहा। जो कि सामान्य से 2 डिग्री कम है। वहीं न्यूनतम तापमान 25 डिग्री रिकार्ड किया गया। हवा मे नमी सुबह 31 प्रतिशत और शाम 14 प्रतिशत आंकी गई। मौसम कार्यालय ने बताया कि उत्तर पश्चिमी दिशा से 4 किलोमीटर प्रति रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। यदि आसमान पर बादल नहीं छाये और हवाओं की रफ्तार नहीं बढ़ी तो तापमान और ऊपर जा सकता है।
बाजार मे बढ़ी कूलर-पंखों की पूंछ परख
मौसम अनुकूल होने से इलेक्ट्रिानिक दुकानो मे रौनक दिखने लगी है। विशेष कर कूलर-पंखों की पूंछ परख अचानक बढ़ गई है। व्यापारिक सूत्रों ने बताया कि हर वर्ष की तरह इस बार भी जिले के दुकानदारों ने गर्मी से राहत देने वाले उपकरणो की पर्याप्त स्टॉक किया है, परंतु मौसम के बदले मिजाज ने सब किया धरा बेकार कर दिया। कुछ दिन पहले तो ऐसा लगने लगा कि इस बार माल गोदामो मे ही रखना पड़ जायेगा, परंतु बीते कुछ दिनो से कारोबार की उम्मीद बढ़ी है। उनका अनुमान है कि यदि आसमान साफ रहा तो ग्रांहकी मे और इजाफा हो सकता है।
अच्छे मानसून के लिये तेज गर्मी जरूरी
जानकारों का कहना है कि अच्छे मानसून के लिये तेज गर्मी पडऩा जरूरी है। विगत कई वर्षो से जिले मे बारिश की स्थिति संतोषप्रद नहीं रही है। मौसम चक्र मे आया बिगड़ाव इसका सबसे बड़ा कारण माना जा रहा है। उम्रदराज लोग याद करते हैं कि आज से करीब 20 वर्ष पहले तक इस सीजन मे हफ्तों लगातार बरसात होती थी, कई-कई दिन तो सूर्य के दर्शन तक न मिलते। अब तो कुछ घंटे भी लगातार पानी नहीं बरसता। यदि कभी बारिश हुई भी तो खण्ड वर्षा सारा मजा खराब कर देती है।
चढऩे लगा मौसम का पारा
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