चंसुरा मे भ्रष्टाचार को बोलबाला
सरपंच, सचिव और सहायक ने पैसा लेकर अपात्रों को दिलाया योजना का लाभ
बांधवभूमि न्यूज, रामाभिलाष त्रिपाठी
मानपुर। जनपद क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत चंसुरा मे सरपंच, सचिव एवं रोजगार सहायक की मनमानी और भ्रष्टाचार के चलते आम लोगों को शासकीय योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। सबसे ज्यादा असंतोष शासन की महात्वाकांक्षी पीएम आवास योजना को लेकर है। जिसमे कई पात्रों को जानबूझ कर वंचित कर दिया गया है। वहीं उनके स्थान पर अपात्रों को लाभान्वित किया जा रहा है। आरोप है कि ग्राम पंचायत मे चल रहे इस फर्जीवाड़े मे गरीबों से लाखों रूपये वसूल लिये गये हैं। वहीं ऐसे लोगों को आवास मिल गया है जिनके पास पहले से ही पक्के मकान मौजूद हैं। इन लोगों से शपथपत्र लेकर योजना स्वीकृत की गई है। पीडि़त ग्रामीणो ने बताया कि ग्राम पंचायत के सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक द्वारा हर काम के लिये खुले तौर पर पैसा मांगा जा रहा है। जो इन्हे मन मुताबिक चढ़ौत्री नहीं करता, उन्हे दुत्कार के भगा दिया जाता है।
सैकड़ों प्रकरणो मे धांधली
बताया जाता है कि ग्राम पंचायत के पदाधिकारियों द्वारा सैकड़ों प्रकरणों मे धांधली कर शासन को लाखों रूपये का चूना लगाया गया है। जिसकी शिकायत जिला एवं जनपद सीईओ के समक्ष भी की गई। अपने आवेदन मे स्थानीय लोगों ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी से सभी स्वीकृत पीएम आवास की कमेटी गठित कर जांच कराने की मांग की गई थी। मामले मे जांच तो हुई परंतु केवल दिखावे के लिये। अधिकारियों ने मात्र 4 हितग्राहियों का भुगतान रोक कर अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन कर दिया।
अधिकारियों को किया मैनेज
चंसुरा मे हुए फर्जीवाड़े की जांच शुरू होने के बाद ऐसा लगा था कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही जरूर होगी परंतु ऐसा नहीं हुआ। सूत्रों ने बताया है कि लाखों रूपये के घोटाले मे फंसे सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक ने अपनी काली कमाई का कुछ हिस्सा जनपद और जिला पंचायत के आला अधिकारियों को देकर हारी हुई बाजी जीत ली।
चंसुरा मे भ्रष्टाचार को बोलबाला
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