नागरिकों ने कलेक्टर से लगाई गुहार, सरकारी पैसोंं की बंदरबांट मे जुटे सरपंच-सचिव
बांधवभूमि, रामाभिलाष त्रिपाठी
मानपुर। प्रदेश सरकार द्वारा जहां एक ओर शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण अंचलों मे भी बराबरी के सांथ विकास को प्राथमिकता देते हुए कर्ज लेकर पंचायतों को राशि उपलब्ध कराई जा रही है, ताकि जनता को मूलभूत सुविधायें मुहैया कराई जा सकें। लेकिन दूसरी ओर पंचायतों मे बैठे भ्रष्ट कर्मचारी और जनप्रतिनिधि सांठगांठ कर सरकार पैसों की बंदरबांट मे जुटे हुए हैं। यही कारण है कि करोड़ों रूपये व्यय होने के बावजूद जिले के ग्रामीण क्षेत्र की तस्वीर नहीं बदल पा रही है। जिले के चंदवार, चंसुरा जैसी कुछ ग्राम पंचायतों मे तो सचिव, सरपंचों की मिलीभगत से सरकारी पैसे की होली खेली जा रही है। मजे की बात यह है कि पंचायतों मे धांधली पर धांधलियां हो रही हैं, इसकी गूंज पूरे प्रदेश मे सुनाई दे रही है, परंतु ब्लाक से लेकर जिले मे बैठे अधिकारी मौन साध कर तमाशा देख रहे हैं। ऐसे मे उन पर भी आरोप लगना लाजिमी है। स्थानीय लोगों ने बताया कि चंदवार ग्राम पंचायत मे वर्ष 2022-23 के दौरान दिनाक 21/06/23 को टैंकर मे फर्जी तरीके से रिमोल्ड टायर लगवाते हुए देयक मे ओवर राइटिंग कर 9 हजार 800 रूपये का भुगतान किया गया। जबकि एक सेट ट्यूब का भुगतान 1 हजार 200 सौ रुपए गुलशन टायर के खाते मे किया गया है। इसी तरह से ग्राम पंचायत चंसुरा द्वारा टैंकर का टायर बदलवाने के नाम पर दिनाक 15/05/23 को सादे कागज के बिल पर 18 हजार रूपये एवं 4 हजार 500 रूपये का भुगतान मंजू अंसारी के खाते मे किया गया है। जानकारी के अनुसार इस तरह के कई भुगतान उक्त दोनो पंचायतों मे किये गये हैं। जिनकी दरें बाजार से कई गुना ज्यादा लगाई गई है। स्थानीय नागरिकों ने कलेक्टर से दोनो ग्राम पंचायतों मे की जा रही धांधली की जांच करा कर दोषियों को दण्डित कराने की मांग की है।
चंदवार, चंसुरा ग्राम पंचायतों मे भ्रष्टाचार का आलम
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