निर्वाचित जिला पंचायत सदस्यों से कलेक्टर का आग्रह, सौंपे प्रमाण पत्र
बांधवभूमि, उमरिया
कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने जिला पंचायत के नवनिर्वाचित सदस्यों से आगामी 11 से 17 अगस्त के बीच अपने घरों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने का आग्रह किया है। शुक्रवार को जिला पंचायत सभागार मे अंतिम सारणीयन और परिणामो की घोषणा के उपरांत प्रमाणपत्र के सांथ इस आशय का आग्रह पत्र भी सौंपा गया है। कलेक्टर श्री श्रीवास्तव ने बताया कि 11 से 17 अगस्त तक देश भर मे आजादी का अमृत महोत्सव अभियान आयोजित किया जायेगा। इसका उद्देश्य नागरिकों मे देशभक्ति की भावना जागृत करना तथा राष्ट्रीय ध्वज के प्रति चेतना लाना है। इस हेतु आम लोगों, व्यापारियों के सांथ ही त्रिस्तरीय चुनाव मे निर्वाचित जिला, जनपद सदस्यों, पंच तथा सरपंचों से अपने घरों व संस्थानो मे तिरंगा फहराने की अपील की गई है।
घोषित किये गये परिणाम
राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार आयोजित जिला स्तरीय टेबुलेशन के उपरांत जिला पंचायत के सभी वार्डो के अंतिम परिणाम घोषित कर दिये गये। इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत इला तिवारी, मास्टर ट्रेनर सुशील मिश्रा, परियोजना अधिकारी जिला पंचायत एचपी शुक्ला सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे।
ये हुए विजयी
जिला पंचायत सदस्यों के निर्वाचन का सारणीयन गत 15 जुलाई को जिला पंचायत कार्यालय मे कलेक्टर एवं रिटर्निग आफीसर संजीव श्रीवास्तव की उपस्थिति मे किया गया। जारी परिणामो मे जिला पंचायत के वार्ड क्रमांक 01 से ओमनारायण सिंह (अन्नू ), वार्ड क्रमांक 02 से सावित्री चौधरी, वार्ड क्रमांक 03 से अनुजा पटेल, वार्ड क्रमांक 04 से सावित्री सिंह, वार्ड क्रमांक 05 से केशव वर्मा, वार्ड क्रमांक 06 से मनोहर मरावी, वार्ड क्रमांक 07 से ओंमकार सिंह, वार्ड क्रमांक 08 से मीना सिंह, वार्ड क्रमांक 09 से बेला सिंह सैयाम तथा वार्ड क्रमांक 10 से हेमराज बैगा विजयी घोषित किये गये हैं।
अध्यक्ष, उपाध्यक्ष बनने की कवायद शुरू
जिला एवं जनपद पंचायत सदस्यों का निर्वाचन संपन्न होने के बाद अब संस्थाओं के अघ्यक्ष, उपाध्यक्ष बनने की कवायद शुरू हो गई है। कल प्रमाणपत्र मिलते ही अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के दावेदार सदस्यों को टटोलने निकल पड़े। समझा जाता है कि जल्दी ही दोनो पदों के सम्मिलन और निर्वाचन की तारीखें भी आ सकती हैं।
अब तक रहा है कांग्रेस का कब्जा
उल्लेखनीय है कि जिला पंचायत के अध्यक्ष पद पर अब तक कांग्रेस का ही कब्जा रहा है। इतिहास पर नजर डालें तो पहली बार 1999 मे श्रीमती चंद्रप्रभा सिंह जिला पंचायत की अध्यक्ष बनी थी। जबकि 2004 मे अजय सिंह को कमान मिली। बाद के दो कार्यकाल ज्ञानवती सिंह को अध्यक्ष बनने का मौका मिला। इस बार भी कांग्रेस बेहतर स्थिति मे है और पार्टी 5 समर्थित सदस्य चुन कर आये हैं। जबकि भाजपा के 3, बसपा का एक तथा एक निर्दलीय प्रत्याशी जीतने मे सफल हुआ है।
घर मे फहरायें राष्ट्रीय ध्वज
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