गावों मे लौटा लालटेन युग
मेंटीनेन्स के बहाने अघोषित कटौती, ऊपर से लो वोल्टेज की समस्या
उमरिया। मेंटीनेन्स के नाम पर हो रही बिजली की भीषण अघोषित कटौती और थ्री-फेस पावर की आपूर्ति को सीमित करने से जिले के ग्रामीण क्षेत्रों मे जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। रोजाना घंटों सप्लाई बाधित होने से लोगों को जहां दिन मे उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ रहा है, वहीं रात के समय जहरीले जीव जंतुओं का खतरा जान को जोखिम मे डाल रहा है। बिजली की समस्या जिले के तीनो ब्लाकों मानपुर, पाली और करकेली के अधिकांश ग्रामीण इलाकों मे बनी हुई है। बताया जाता है कि जरा सी हवा चलते ही बत्ती गुल हो जाती है। इसके बाद उसका कोई ठिकाना नहीं रहता। गांव के लोगों ने बताया कि जिस समय बिजली रहती भी है तो वोल्टेज इतना कम होता है कि कूलर पंखे तो दूर बल्ब भी पूरी तरह से नहीं जल पाते। उनका आरोप है कि विद्युत विभाग द्वारा रखरखाव और अन्य कारणों के बहाने सीधे-सीधे कटौती कर रहा है। जिसकी वजह से हालात बद से बदतर होते चले जा रहे हैं।
25 फीसदी भी नहीं मिल रही बिजली
बताया जाता है कि इन दिनो जिला मुख्यालय के बाहरी इलाकों और ग्रामीण अंचलों मे उपभोक्ताओं को 25 प्रतिशत बिजली भी नहीं मिल रही है। जबकि उनसे बिल पूरा का पूरा वसूला जा रहा है। गौरतलब है कि जिले के अधिकांश हिस्सों मे बारहों महीने सब्जी की खेती होती है, वहीं कई लोग चक्की, तेल मिल के कारोबार से अपना जीवन-यापन करते हैं। अन्य दुकान धंधों मे भी बिजली की जरूरत पड़ती है। विद्युत व्यवस्था चरमराने से हजारों लोगों का रोजगार प्रभावित हो रहा है।
मंत्रालय से मिलता है इशारा
वहीं विद्युत विभाग के सूत्रों का कहना है कि जो भी स्थिति जिले मे निर्मित हो रही है, उसमे स्थानीय अधिकारियों का कोई रोल नहीं है। यह सारा खेल ऊर्जा मंत्रालय और विभाग के आला अफसरों के स्तर से ही हो रहा है। थ्री फेस की सप्लाई रोकने की बात हो, ट्रासफार्मर न बदलने या फिर मेंटीनेन्स के नाम पर घंटों बिजली की कटौती करने का मामला। इसके लिये सारे फरमान ऊपर से आ रहे हैं।
बिना जुर्म के भुगत रहे दण्ड
जनता बिजली विभाग के ऊटपटांग निर्देशों से भी खासा परेशान है। इनमे एक जगह का बकाया होने पर दूसरे जगह की बिजली काटने के अलावा पूरे बिलों का भुगतान न करने वाले गावों मे ट्रांसफार्मर न बदलने जैसी कार्यवाहियां शामिल हैं। जिला मुख्यालय के समीपस्थ ग्राम बिलाईकाप मे कुछ लोगों द्वारा देयकों का भुगतान न करने के कारण बीते 5 दिनो से पावर कट कर दिया गया है। ऐसे नियमो के कारण समय पर बिल देने वाले उपभोक्ताओं को बिना जुर्म के दण्ड भुगतना पड़ रहा है।