वास्तविक आकड़़े होंगे एकत्र और किया जाएगा विश्लेषण
उमरिया। बाल मृत्यु दर एवं मातृत्व मृत्यु दर मे कमी लाने के लिए राज्य शासन द्वारा दस्तक अभियान का संचालन किया जाएगा। कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने दस्तक अभियान के संचालन की समीक्षा करते हुए कहा कि यह अभियान रश्म औपचारिकता वाला अभियान नही होना चाहिए। अभियान के संचालन के पश्चात वास्तविक आकड़़े एकत्र कर उनका विश्लेषण किया जाएगा। जिन क्षेत्रों मे दल घर-घर संपर्क नही करेंगे तथा पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों का टीकाकरण, खून की कमीं, जन्मजात विकृतियां तथा अति कुपोषित बच्चों की पहचान एवं उपचार नही किया जाएगा उनके विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। अभियान की मॉनीटरिंग स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ किसी अन्य विभाग के मैदानी अमले से कराई जाएगी। बैठक मेे अपर कलेक्टर अशोक ओहरी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत इला तिवारी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. आरके मेहरा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
इस तरह चलेगा अभियान
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा आर के मेहरा ने बताया कि दस्तक अभियान का संचालन 19 जून से प्रारंभ होगा। अभियान के माध्यम से पांच वर्ष तक के कुपोषितए खून की कमीं वालेए टीकाकरण से वंचित तथा जन्मजात विकृतियों ए निमोनियां तथा डायरिया से प्रभावित बच्चों की पहचान की जाएगी।
घर -घर होगा संपर्क
अभियान के दौरान स्वास्थ्य एवं बाल विकास विभाग का मैदानी अमला घर-घर संपर्क करेगा तथा संपर्क की तिथि घर के दरवाजे पर अंकित करेगा। बच्चों के लिए ओआरएस पैकेट तथा जिंग की गोली एवं विटामिन-ए का घोल एवं गोलियां वितरित की जाएगी। दल द्वारा बच्चों के माता पिता को आहार आपूर्ति की सलाह भी दी जाएगी। इस अवसर पर डीपीएम अनिल सिंह, रोहित सिंह, रवि साहू सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।