अमृतसर। पंजाब के बटाला में बुधवार को एक स्कूल बस खेतों में गेहूं के अवशेष में लगाई आग की चपेट में आ गई। बस में सवार 7 स्कूली छात्र आग से बुरी तरह झुलस गए। बस के शीशे तोड़कर बच्चों को बाहर निकाला गया। गंभीर हालत में झुलसे बच्चों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां से उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया गया।सरकार और विभिन्न संस्थाओं की अपील के बावजूद किसान खेतों में फसल के अवशेष में आग लगाने से बाज नहीं आ रहे हैं। बुधवार दोपहर पंजाब के बटाला के नजदीक गांव बिजलीवाल के पास छुट्टी के बाद एक स्कूली बस बच्चों को घर छोड़ने जा रही थी। बस में 42 छात्र सवार थेबस जब गांव बिजलीवाल पहुंची तो वहां किसी ने खेत में गेहूं के नाड़ (फानों) में आग लगा रखी थी। स्थिति यह थी कि सड़क के दोनों ओर के खेतों में गेहूं की फसल के अवशेषों में आग लगी थी। चालक धुएं के कारण आगे कुछ नहीं देख पाया और बस आग लगे खेत में पलट गई। इसके बाद आग ने कुछ ही देर में बस को भी चपेट में ले लिया।
बच्चों की चीखें सुनकर इकट्ठे हुए राहगीर
बस के लगी आग के बाद बच्चों ने चीख पुकार मचा गई। मासूमों की चीख सुन कर वहां से गुजर रहे राहगीर इकट्ठे हो गए। राहगीरों ने बस के शीशे तोड़कर बच्चों को बाहर निकाला। इतने में ही 7 बच्चे आग से झुलस गए। लोगों ने घायल बच्चों को तुरंत इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया।
आग ज्यादा होने पर बच्चों को निकालना हो रहा था मुश्किल
मौके पर लोगों ने कहा कि जब यह हादसा हुआ तो मासूमों की चीखें सुनीं नहीं जा रही थी। वैसे आग से पता नहीं कितने जीव-जंतू और पक्षी जल गए, लेकिन उनके दर्द को किसी ने नहीं सुना। आग इतनी थी कि बच्चों को निकालना मुश्किल हो रहा था।
मौके पर लोगों ने कहा कि जब यह हादसा हुआ तो मासूमों की चीखें सुनीं नहीं जा रही थी। वैसे आग से पता नहीं कितने जीव-जंतू और पक्षी जल गए, लेकिन उनके दर्द को किसी ने नहीं सुना। आग इतनी थी कि बच्चों को निकालना मुश्किल हो रहा था।
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