लालबाग के राजा को विदा करने बड़ी संख्या में पहुंचे लोग
मुंबई। गणपति का अपने घर में 10 दिनों तक यथाशक्ति सत्कार, सेवा और पूजा के बाद शुक्रवार को विसर्जन किया गया. कई लोग गणेश चतुर्थी के अगले दिन भी गणेश विसर्जन करते है, जिसे डेढ़ दिन के गणपति का विसर्जन कहा जाता है. लेकिन अनंत चतुर्दशी के दिन गणपति विजर्सन की परंपरा सबसे ज्यादा प्रचलित है. गणेश चतुर्थी के 10 दिन बाद यानी कि 11वें दिन अनंत चतुर्दशी का त्योहार होता है और इस दिन धूमधाम से गणपति विसर्जन किया जाता है. हिंदू पंचांग के मुतबिक अनंत चतुर्दशी हर साल भादो माह शुक्ल पक्ष की चौदस यानी कि 14वें दिन मनाई जाती है. गणेश चतुर्थी के 10 दिन बाद 11वें दिन अनंत चतुर्दशी आती है और इसी दिन विधि-विधान से गणेश विसर्जन किया जाता है. शुक्रवार को मुंबई सहित आस-पास के क्षेत्रों में गाजे-बाजे के साथ बड़े ही धूम-धाम से बाप्पा की प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। उधर मुंबई के प्रसिद्ध लालबाग के राजा को विदा करने बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। विसर्जन से पहले लालबाग के राजा का जगह-जगह जोरदार स्वागत किया गया. लालबाग के राजा के लिए पुष्प हार पहनाकर और पटाखे फोड़े गए. सड़क के दोनों किनारे लाखों भक्त अपने राजा की विदाई के लिए खड़े थे. कई जगहों पर इमारतों और फ्लैट की खिड़की से लोगों द्वारा पुष्प वर्षा भी की गई. वहीं समंदर किनारे बड़ी संख्या में सफाईकर्मियों सहित कई एनजीओ के सदस्य भी साफ-सफाई के लिए उपस्थित रहे। आपको बता दें कि गणेश चतुर्थी के दिन घरों और पांडालों में गणेश प्रतिमा की स्थापना हुई थी. गणेश उत्सव का ये त्योहार महाराष्ट्र खासकर मुबंई में बेहद धूमधाम से मनाया जाता है. मुंबई में गणपति उत्सव सबसे बड़े त्योहार में से एक है। हर साल हजारों की संख्या में सार्वजनिक स्थलों तथा लोगों के घरों में गणपति की प्रतिमा स्थापित की जाती है। खबर लिखे जाने तक विसर्जन के दौरान किसी भी तरह की कोई अप्रिय घटना सामने नहीं आई थी।
चाक चौबंद रही सुरक्षा व्यवस्था
विसर्जन के दौरान 53 मार्गों को यातायात के लिए बंद कर दिया गया। 56 मार्गों में वन-वे ट्रैफिक रहा। भारी वाहन के लिए 18 मार्गों पर रोक लगा दी गई और 99 स्थानों पर पार्किंग की इजाजत नहीं थी। किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटने के लिए भारी संख्या में डॉक्टरों और फायर ब्रिगेड के लोगों को तैयार रखा गया था। पर्यावरण संरक्षण को देखते हुए मुंबई मनपा ने मुंबई में दर्जनों कृत्रिम तालाब भी बनाए हैं। वहीं, तटों पर गंदगी को रोकने के लिए विभिन्न तरह के कलश भी रखे गए हैं। मुंबई पुलिस के अलावा राज्य रिजर्व पुलिस बल (एसआरपीएफ), दंगा नियंत्रण दस्ता, संदिग्ध चीजों का पता लगाने और निष्क्रिय करने के लिए बीडीडीएस, क्यूआरटी और डॉग स्क्वैड के अलावा खुफिया एजेंसियों को भी तैनात किया गया साथ ही प्रतिमा विसर्जन के दौरान सादे कपड़ों में पुलिसकर्मी भी मौजूद रहे। भीड़ पर निगरानी रखने के लिए 5 हजार से अधिक सीसीटीवी कैमरों के जरिए पूरे घटनाक्रम पर नजर रखी गई। चौपाटी पर हेलीकॉप्टर से सुरक्षा का जायजा लिया गया. भक्तों और राहगीरों को कोई दिक्कत न हो इसलिए पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया था। ट्रैफिक पुलिस भी ट्रैफिक जाम को रोकने के लिए अपनी पूरी भूमिका निभाती नजर आ रही थी।
कड़ी सुरक्षा के बीच धूमधाम से हुआ बप्पा का विसर्जन
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