आरटीआई के जवाब से हुआ खुलाशा, वैक्सीन के लिए बछड़े का उपयोग
नई दिल्ली। कोवैक्सिन बनाने में गाय के बछड़े के सीरम का इस्तेमाल किया जाता है। इसके लिए 20 दिन से भी कम उम्र के बछड़े की हत्या की जाती है। यह दावा कांग्रेस के नेशनल कॉर्डिनेटर गौरव पांधी ने बुधवार को किया है। पांधी ने एक आरटीआई के जवाब में मिले दस्तावेज शेयर कर दावा किया है। विकास पाटनी नाम के व्यक्ति की आरटीआई पर सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन के जवाब में इसका खुलाशा हुआ है।
मोदी सरकार ने लोगों को धोखे में रखा
बछड़े के सीरम का उपयोग विरो सेल्स के रिवाइवल प्रोसेस के लिए किया जाता है। इसका इस्तेमाल कोवैक्सिन बनाने के लिए किया जा रहा है। पांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने मान लिया है कि भारत बायोटेक की वैक्सीन में गाय के बछड़े का सीरम शामिल है। यह बहुत बुरा है। इस जानकारी को पहले ही लोगों को बताया जाना चाहिए था।
रिसर्च पेपर में भी किया गया था दावा
इससे पहले एक रिसर्च पेपर में भी दावा किया गया था कि कोवैक्सिन बनाने के लिए नवजात पशु के ब्लड का सीरम उपयोग किया जाता है। इसे पहली बार किसी वैक्सीन में उपयोग नहीं किया जा रहा है। यह सभी बायोलॉजिकल रिसर्च का जरूरी हिस्सा होता है। रिसर्च में दावा किया गया था कि कोवैक्सिन के लिए नवजात बछड़े के 5 से 10 फीसदी सीरम के साथ डलबेको के मॉडिफाइड ईगल मीडियम को इस्तेमाल किया जाता है।
सीरम बोली-सेल्स विकसित करने में हुआ था इस्तेमाल
बबाल मचने पर भारत बायोटेक कंपनी की कोरोना वैक्सीन को बनाने में गाय के बछड़े के सीरम का इस्तेमाल किए जाने के मुद्दे पर बहस छिड़ गई है। विपक्षी दलों की ओर से तीखे सवाल उठाए जाने पर भारत बायोटेक ने सफाई में कहा कि सेल्स विकसित करने में गाय के बछड़े के सीरम का इस्तेमाल किया गया था। वैक्सीन के फाइनल फॉर्मूले में इसका उपयोग नहीं हो रहा है।
भाजपा ने कहा-कांग्रेस कोवैक्सिन पर भ्रम फैला रही
कोवैक्सिन में बछड़े का सीरम मिलाए जाने के आरोपों पर अब सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस नेता गौरव पांधी ने जब एक आरटीआई शेयर कर कहा कि कोवैक्सिन के निर्माण के लिए गाय-बछड़े मारे जा रहे हैं और मोदी सरकार को ये पहले बताना था तो भाजपा आक्रामक हो गई। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस एक बार फिर भ्रम फैला रही है। कोवैक्सिन में बछड़े का सीरम नहीं मिलाया गया है। संबित पात्रा ने कहा- कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि कौवैक्सिन में गाय के बछड़े का सीरम होता है और खून होता है। जब हमने सोशल मीडिया में इस प्रचार को देखा तो उसमें यहां तक लिखा था कि गाय और बछड़ों को मारकर ये वैक्सीन तैयार की जा रही है। ये कांग्रेस द्वारा भ्रम फैलाया जा रहा है। कोवैक्सिन में बछड़े का सीरम नहीं है। वैक्सीन में वेरोसेल का इस्तेमाल किया जाता है। ये एक तरह से खाद का काम करता है। यह वेरोसेल समय के साथ साथ खत्म हो जाता है।
कोवैक्सिन में गाय के बछड़े के सीरम पर बबाल
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