कृषि कानूनों पर फैसले की तैयारी

शाह ने की किसान नेताओं से पहली बैठक, आज छठवें राउंड की बातचीत से पहले कैबिनेट मिटिंग
नई दिल्ली। कृषि कानूनों पर फैसले के आसार नजर आ रहे हैं, क्योंकि १२ दिन से आंदोलन कर रहे किसान नेताओं से पहली बार गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को मुलाकात की। ICAR भवन में चल रही इस मिटिंग  में १३ किसान नेता पहुंचे हैं। आज यानी बुधवार को किसानों और सरकार के बीच छठवें राउंड की बातचीत होनी है और इससे पहले ही कैबिनेट की मिटिंग भी बुलाई गई है। माना जा रहा है कि किसान आंदोलन को लेकर कोई फैसला भी हो सकता है। हालांकि, किसानों का कहना है कि कोई बीच का रास्ता नहीं है। हमें गृह मंत्री से हां या ना में जवाब चाहिए। टिकरी बॉर्डर पर किसानों ने कहा था कि कानून वापसी से कम कुछ मंजूर ही नहीं है। किसान नेता हनन मुला, शिवकुमार कक्का, बलवीर सिंहह राजेवाल, राकेश टिकैत, गुरनाम सिंह चढूनी, जगजीत सिंह , मंजीत सिंह राय, बोध सिंह मानसा, रुलदू सिंह , बूटा सिंह , शिव कुमार, दर्शन पाल और हरिंदर सिंह गृह मंत्री के साथ बैठक में शामिल हुए हैं। इससे पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने दिल्ली में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के घर जाकर मुलाकात की है। दोनों के बीच क्या बातचीत हुई, यह अभी पता नहीं चल पाया है।
किसान अड़े- तीनों कानून रद्द हों
टिकरी बॉर्डर पर किसानों के मंच के पास भारी भीड़ है। दिल्ली को रोहतक से जोड़ने वाले इस हाईवे पर कई किलोमीटर तक ट्रैक्टर ट्रॉलियां खड़े हैं। सड़क के दोनों ओर किसान अपनी यूनियन के झंडे लिए नारेबाजी करते हुए चल रहे हैं। सभी किसानों का यही कहना है कि तीनों कानून रद्द करने से कम वो किसी बात पर नहीं मानेंगे।
हरियाणा के 1.20 लाख किसानों ने सरकार का समर्थन किया
सरकार से चर्चा से पहले हरियाणा के किसान दो गुटों में बंट गए हैं। १.२० लाख किसानों ने सरकार को चि_ी लिखकर कृषि कानूनों का समर्थन किया है। उन्होंने कहा है कि नए कानूनों को वापस नहीं लेना चाहिए। हरियाणा के फार्मर्स प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशंस (स्नक्कह्रह्य) से जुड़े किसानों ने यह बात कही है। हालांकि, उन्होंने किसानों के सुझावों के मुताबिक कानूनों में संशोधन करने की सिफारिश की है।
हरियाणा-दिल्ली के 6 बॉर्डर बंद
13 दिन से प्रदर्शन कर रहे किसानों से दिल्ली चौतरफा घिर चुकी है। हरियाणा से लगते दिल्ली के ४ बॉर्डर- टिकरी, सिंघु, झारोदा और धनसा पूरी तरह बंद हैं। २ बॉर्डर सिर्फ हल्के वाहनों के लिए खुले हैं।
थाली भरने वालों और थैली भरने वालों के बीच की लड़ाई
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा है कि किसानों का साथ देने के लिए आज पूरे उत्तर प्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को नजरबंद या गिरफ्तार किया जा रहा है। कड़कड़ाती ठंड में बैठे किसानों के लिए खेती, किसानी और एमएसपी बचाने के लिए ये करो या मरो की लड़ाई है। उन्होंने ट्वीट करके कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता आखिरी दम तक किसानों के साथ हैं। जो किसान अपनी मेहनत से फसल उगाकर हमारी थालियों को भरता है। उन किसानों को भाजपा सरकार अपने अरबपति मित्रों की थैली भरने के दबाव में भटका हुआ बोल रही है। ये संघर्ष आपकी (आमजन) थाली भरने वालों और अरबपतियों की थैली भरने वालों के बीच है साथ ही उन्होंने सभी वर्गों व तबकों के लोगों से किसानों का साथ देने का आह्वान किया है।

Advertisements
Advertisements

6 thoughts on “कृषि कानूनों पर फैसले की तैयारी

  1. After I initially left a comment I appear to have clicked the -Notify me when new comments are added- checkbox and from now on whenever a comment is added I get 4 emails with the same comment. There has to be a way you are able to remove me from that service? Thanks a lot. Leisha Ingra Restivo

  2. Nice blog here! Also your site loads up fast! What web host are you using? Can I get your affiliate link to your host? I wish my web site loaded up as quickly as yours lol Atlanta Bartholemy Indira

  3. I just wish to reveal to you that I am new to writing a blog and incredibly valued your article. Most likely I am probably to bookmark your blog post . You definitely have extraordinary article information. Admire it for discussing with us your favorite internet site document Marthe Bernard Sell

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *