कुव्यवस्था का दंश भोग रहे चिल्हारीवासी
स्वास्थ्य सेवाओं की हालत सुधारने ग्रामीणो ने कलेक्टर से लगाई गुहार
उमरिया। जिले के दूरस्थ अंचल मे बसे ग्राम चिल्हारी के ग्रामीण लंबे समय से मूलभूत सुविधाओं के आभाव मे जीवन-यापन करने को मजबूर हैं। लगभग 10 हजार की आबादी वाला यह गांव स्वास्थ, शिक्षा से लेकर बिजली, पानी, सड़क जैसी सुविधाओं से वंचित हैं। अस्पताल न होने के कारण न सिर्फ चिल्हारी बल्कि आसपास के दर्जनो गावों के लोगों को इलाज की भारी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। विशेषकर प्रसव आदि के मामलों मे कई बार महिलाओं की जान पर बन आती है। वहीं बच्चों और बुजुर्गो के सामने भी गंभीर संकट उत्पन्न हो जाता है। ऐसी स्थिति मे मरीज को आनन-फानन मे बरही या कटनी लेकर भागना पड़ता है।
इस संबंध मे शासन, प्रशासन को अवगत करवाया गया। कई बार ज्ञापन भी दिये गये परंतु कोई सुनवाई आज तक नहीं हुई।
इलाज के आभाव मे हुई मासूम की मौत
स्थानीय लोगों ने बताया कि कुछ दिन पहले ही ग्राम कुदरी के एक 10 वर्षीय बालक सुभाष कोल की तबियत अचानक बिगड़ गई। डाक्टर न होने के कारण देखते ही देखते उसकी मृत्यु हो गई। मृतक सुभाष धनीराम कोल का इकलौता बेटा था, जो अव्यवस्था की भेंट चढ़ गया। साल भर मे ऐसे कितने ही लोग समय पर उपचार न मिलने के कारण अकाल मृत्यु को प्राप्त हो जाते हैं। स्थानीय लोगों ने कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव से क्षेत्र की दुर्दशा दूर करने और कम से कम स्वास्थ सुविधा को तत्काल दुरूस्त कराने की मांग की है।