काला कानून वापस ले केन्द्र सरकार
ड्राईवर संघ ने प्रशासन को सौंपा ज्ञापन, हड़ताल के पहले ही दिन बेचैन हुई जनता
बांधवभूमि न्यूज
मध्यप्रदेश
उमरिया
केंद्र सरकार द्वारा लाये गए हिट एंड रन कानून के विरोध मे जिले के वाहन चालक भी हड़ताल पर हैं। सोमवार को मध्यप्रदेश ड्राईवर संघ की जिला इकाई ने एक रैली निकाली, जो शहर के मुख्य मार्गो से होती हुई कलेक्ट्रेट पहुंची। जहां संघ ने 12 सूत्रीय मांगों से संबंधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा। ज्ञापन मे हिट एंड रन कानून को वापस लेने, 55 वर्ष की आयु के बाद पेंशन, हादसों मे मृत होने पर चालकों के परिवार को 20 लाख मुआवजा, दिव्यांग होने पर 10 लाख और इलाज के लिए 5 लाख की आर्थिक मदद देने की मांग की गई है। ज्ञापन मे इसके अलावा ड्राईवरों को आवास के लिए 5 लाख और बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाने आदि का उल्लेख है। इस मौके पर चालक संघ ने साफतौर पर कहा कि जब तक यह काला कानून वापस नहीं लिया जायेगा, हड़ताल जारी रहेगी।
तो नौकरी छोडऩा बेहतर
संघ के पदाधिकारियों ने बांधवभूमि से चर्चा करते हुए कहा कि मोदी सरकार का यह कानून बेहद अन्यायपूर्ण और विसंगतियों से भरा हुआ है। कोई भी व्यक्ति जानबूझकर कर दुर्घटना नहीं करता। अधिकांशत: गलती सामने वाले की होती है, परंतु हादसे के बाद गुस्साई भीड़ वाहन को क्षतिग्रस्त करने लूटपाट और ड्राइवरों से मारपीट पर उतारू हो जाती है। ऐसे मे घटना के बाद वहां खड़े रहना मौत को आमंत्रण देना है। सरकार ने यह कानून बिना सोचे समझे बनाया है। अपनी जान जोखिम मे डालने और जीवन भर की कमाई जुर्माने में झोंकने से बेहतर है कि ऐसी नौकरी ही छोड़ दी जाय।
क्यों हो रहा विरोध
दरअसल सभी वाहन चालक केंद्र सरकार द्वारा हाल ही मे पारित कराए गए नए कानून का विरोध कर रहे हैं। जिसमे वाहन दुर्घटना होने के बाद ड्राइवरों के घटना स्थल से भागने पर कठोर सजा का प्रावधान है। जानकारी के अनुसार केंद्र ने हिट एड रन एक्ट मे बदलाव करते हुए अब इसमे दो की जगह दस साल की सजा का नियम लागू कर दिया है। साथ ही इस जुर्म मे थाने से जमानत नहीं होगी, वहीं घायल को सात लाख रुपये देना होंगे। दुर्घटना मे जख्मी व्यक्ति को अस्पताल नहीं पहुंचाने पर सजा होगी। यह अधिनियम एक अप्रैल से लागू होना है।
सक्रिय हुए मुनाफाखोर
इस बीच ड्राईवरों की हड़ताल के पहले ही दिन लोगों मे काफी बेचैनी दिखाई दी। सांथ ही आवश्यक वस्तुओं की किल्लत होने की अफवाहें भी उड़ती रहीं, जिससे दुकानो मे लोगों की भीड़ लगना शुरू हो गई। शहर के पेट्रोल पंंपों पर वाहनो की लंबी कतारें देखी गई। कुछ पेट्रोल पंपों मे अभी से राशनिंग की खबर है। लोगों ने बताया कि यहां ग्रांहकों को मात्र 500 रूपये का डीजल दिया जा रहा है। दरअसल इस कानून के लागू होने के बाद शुरू हुई हडताल से जरूरी वस्तुओं की सप्लाई बाधित होने की संभावना जताई जा रही है। जानकारों का मानना है कि यदि जल्दी ही इस समस्या का हल नहीं निकला तो किराना, राशन सहित अन्य सामग्रियों की दिक्कत शुरू हो जाएगी। दूसरी ओर मौके को ताड कर मुनाफाखोरों ने अभी से रोजमर्रा उपयोग आने वाले समान की स्टॉकिंग शुरू कर दी है।