करोड़ों के विकास, जनता पर बोझ नहीं
नगर का बजट पारित, परिषद ने सडक़ की गुणवत्ता पर जताई नाखुशी
बांधवभूमि न्यूज
मध्यप्रदेश
उमरिया
जिला मुख्यालय की नगर पालिका का बजट गुरूवार को सर्वसम्मति से पारित हो गया। नये बजट मे करोड़ों रूपये के विकास कार्यो को स्वीकृति मिली है। सांथ ही करों को यथावत रखते हुए जनता पर किसी तरह का बोझ नहीं डाला गया है। अध्यक्ष श्रीमती रश्मि सिंह की अध्यक्षता मे नगर पालिका कार्यालय मे आयोजित परिषद की बैठक मे शहर के विकास पर व्यापक चर्चा के बाद जितने भी प्रस्ताव रखे गये, उन सभी को आम सहमति से मंजूर कर लिया गया। बैठक मे नगर पालिका उपाध्यक्ष अमृतलाल यादव, सांसद प्रतिनिधि ज्ञानेंद्र सिंह गहरवार, विधायक प्रतिनिधि शंभूलाल खट्टर, समस्त पार्षद, मुख्य नगर पालिका अधिकारी किशन सिंह ठाकुर, परिषद के अधिकारी तथा कर्मचारी गण उपस्थित थे। प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2024-25 के बजट मे विकास तथा अन्य कार्यो के उपरांत नगर पालिका को 40 लाख 26 हजार रूपये की बचत होने का अनुमान है।
इन कार्यो पर लगी मुहर
परिषद की बैठक मे नगर के वार्ड नंबर 19 विकटगंज मे सामुदायिक भवन के निर्माण, नगर पालिका कार्यालय के सामने निर्मित दुकान नंबर 7 तथा 19 की ई निविदा निरस्त करने, विकटगंज डाइट से स्टेशन चौराहा तक स्ट्रीट लाइट पोल हेतु 80 लाख रूपये, लालपुर, सगरा एवं रमपुरी मुक्तिधामो मे सडक़, शवदाह गृह एवं अस्थि कक्ष का निर्माण, चपहा से छटन तक स्ट्रीट लाइट पोल लगाये जाने हेतु 1.20 करोड़ तथा वार्ड नंबर 8 मे निर्मित सामुदायिक भवन के रेनोवेशन आदि अन्य कार्यो पर चर्चा तथा सर्वसम्मति से स्वीकृति प्रदान की गई। इसके अलावा नगर पालिका के फिल्टर प्लांट के पीछे की खाली भूमि पर नवीन कार्यालय एवं व्यवसायिक दुकान का प्रस्ताव आगामी बैठक मे रखे जाने के निर्देश दिये गये हैं।
जैन मुनि के नाम पर होगी सडक़
नगर पालिका परिषद की बैठक मे महान संत जैन मुनि आचार्य विद्यासागर जी महाराज की स्मृति मे नगर का कोई मुख्य स्थल उनके नाम करने पर विचार हुआ। इसके लिये पाली रोड के रूप मे प्रचलित मार्ग को चिन्हित किया गया। परिषद ने गांधी चौक से खलेसर नाका तक रोड का नाम आचार्य विद्यासागर जी महाराज मार्ग रखे जाने एवं कीर्ति स्तंभ स्थापित करने के प्रस्ताव को सर्व सम्मति से स्वीकृति प्रदान की है। उल्लेखनीय है कि महाराज श्री के निधन के उपरांत नपाध्यक्ष श्रीमती रश्मि सिंह ने इस आशय की घोषणा की थी, जिसे बैठक मे मूर्तरूप दिया गया है।
गुणवत्ताहीन निर्माण बर्दाश्त नहीं
इस अवसर पर शासन की कायाकल्प योजनांतर्गत शहर मे चल रहे मुख्य मार्गो के डामरीकरण की क्वालिटी पर असंतोष जाहिर किया गया। जिस पर अध्यक्ष श्रीमती सिंह ने भी सहमति जताते हुए कहा कि निर्माण कार्यो की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जायेगा। उन्होने अधिकारियों को निर्देशित किया कि डामरीकरण कार्य की सूक्ष्मता से जांच करें। इसमे किसी भी तरह की अनिमितता पाये जाने पर संबंधित ठेकेदार का टेण्डर निरस्त करने की कार्यवाही की जाय।